रिपोर्ट:हरेंद्र बिष्ट
थराली। 20 दिनों के भ्रमण के बाद आज नंदा भगवती का उत्सव डोली अपने आखरी पड़ाव थाला गांव पहुंचेगी। यात्रा के 18 वें पड़ाव जोला से डोली बुधवार को अपने 19 वें पड़ाव थाला पहुंच गई हैं।इस दौरान यात्रा मार्ग पर देवी के भक्तों ने अपनी कुल देवी की पूजा अर्चना कर मनौतियां मांगी।29 सितंबर को देवी की डोली 6 माह के प्रवास के लिए नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा मंदिर में विराजमान हो जाएगी।
बुधवार को नंदा की डोली को जोला गांव के ग्रामीणों ने श्रद्धापूर्वक 19 वें पड़ाव थाला गांव के लिए विदा किया। इस दौरान प्रातः काल जोला सहित आसपास के नंदादेवी के भक्तों ने पूजा अर्चना कर मनौतियां मांगी।इस मौके पर गांव की ग्राम प्रधान मुन्नी देवी, दिगपाल सिंह गड़िया , हुक्म सिंह, बलवंत गड़िया, दिनेश जोशी, पुष्कर सिंह,आलम सिंह, रणजीत सिंह, विशंभर दत्त जोशी, मोहन सिंह, नरेंद्र सिंह, धीरेंद्र सिंह, महिला मंगल दल अध्यक्ष लक्ष्मी देवी,महादेवी,बचुली देवी, बबिता देवी,मीना देवी,नीलम जोशी आदि के नेतृत्व में डोली को विदा किया गया।इसके बाद यात्रा बुडजोला, त्रिकोट, सेरा विजेपुर होते हुए थाला गांव पहुंची। यात्रा मार्ग पर डोली का नंदा भक्तों ने स्वागत करते हुए पूजा-अर्चना की इस मौके पर कुरूड मंदिर कमेटी बधाण के अध्यक्ष राकेश गौड़ पूर्व अध्यक्ष मंशा राम गौड़ के नेतृत्व में गौड़ पंडितों ने श्रद्धालुओं की पूजाएं सम्पन्न करवाईं। इधर नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा मंदिर कमेटी के अध्यक्ष भुवन हटवाल, लोल्टी- तु़ंगेशवर व्यापार संघ अध्यक्ष धनराज रावत ने बताया कि नंदादेवी की 29 सितंबर को देवराड़ा पहुंचने पर उसके स्वागत की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।