रिपोर्ट:हरेंद्र बिष्ट
थराली। नंदादेवी के जोरदार जयकारों एवं मंत्रों उच्चारण के बीच बधाण की राजराजेश्वरी नंदादेवी की उत्सव डोली 6 माह के प्रवास के लिए नंदा सिद्वपीठ देवराड़ा में विराजमान हो गई हैं। इस अवसर पर भारी संख्या में नंदा भक्तों ने पूजा अर्चना कर मनौतियां मांगी।9 सितंबर को नंदा सिद्वपीठ कुरूड से शुरू हुई नंदादेवी राजराजेश्वरी की लोक जात यात्रा 22 सितंबर को वेदनी बुग्याल में सप्तमी की जात के बाद शनिवार को को अपने 20 वें पड़ाव थाला से लोल्टी, तु़ंगेशवर गांव होते हुए सिद्वपीठ देवराड़ा पहुंची जहां पर मौजूद नंदा भक्तों ने जोरदार जयकारों के बीच सिद्ध पीठ के प्रांगण में पहुंची, देवी की डोली पहुंचते ही कई महिला पुरुष पर नंद सहित अन्य देवी देवता अवतारित हुए, इसके बाद मौजूद नंदा भक्तों ने मंदिर के अंदर उत्सव डोली पर भेटपावड़ा चढ़ाते हुए पूजा-अर्चना कर मनौतियां मांगी। इसके बाद उत्सव डोली को 6 माह के प्रवास के लिए मंदिर के गर्भगृह में विराजमान करवाया गया। नंदा उत्साह डोली के गर्भगृह में विराजमान होते ही यहां पर अखंड जागरण शुरू कर दिया गया हैं। इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता विनोद रावत ने देवराड़ा के नागरिकों के सहयोग से श्रद्धालुओं के लिए एक भंडारा लगाया जो विशेष आकर्षण का केंद्र बना रहा।इस मौके पर थराली के विधायक भूपाल राम टम्टा, कपकोट के पूर्व विधायक ललित फर्स्वाण, नगर पंचायत थराली की अध्यक्ष दीपा भारती,भाजपा जिला महामंत्री राकेश जोशी, जिपंस देवी जोशी, राकेश भारद्वाज, मंडल महामंत्री अनिल देवराड़ी, पूर्व अध्यक्ष रणजीत सिंह नेगी,महिपाल भंडारी,गंगा सिंह बिष्ट,
बार एसोसिएशन थराली के अध्यक्ष डीडी कुनियाल आदि मौजूद थे। जबकि देवराड़ा मंदिर समिति के अध्यक्ष भुवन हटवाल, तु़ंगेश्वर व्यापार संघ अध्यक्ष धनराज रावत, पार्षद सीमा देवी, मोहन देवराड़ी, पूर्व जिला पंचायत सदस्य गोदांबरी रावत,विरेंद्र रावत,भगत गुसाईं क्षेपंस देवेंद्र रावत, भुपाल गुसाईं,सूर्यप्रताप सिंह रावत,आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।नंदादेवी राजराजेश्वरी मंदिर कमेटी कुरूड परंगना नन्दाक बधाण के अध्यक्ष नरेश गौड़,पूर्व अध्यक्ष मंशा राम गौड़,बच्ची राम गौड़, खीमानंद गौड़, गुड्डू गौड़,विजय गौड़, मुकेश गौड़ आदि पंडितों ने श्रद्धालुओं की पूजाएं सम्पन्न करवाईं।नंदादेवी के देवराड़ा मंदिर में 6 महिनों के लिए विराजमान होने के मौके पर एक दिवसीय मेले के दौरान प्रेम चंद्र, प्रदीप बुटोला, कुंदन सिंह बिष्ट ने देणा हुया खोली का गणेश…,नंदा तेरी जात कैलाश लिजीला…,माता जो तीनों दर्शन दियाला… , भगोती बधाण की नंदा…आदि देव स्तुति पर नंदा भक्त झूम उठे।