रिपोर्ट:विजयपाल सिंहभण्डारी
देहरादून। लखवाड बाँध विस्थापित सहकारी श्रम समिति व लखवाड-व्यासी युवा श्रम संविदा सहकारी समिति के तत्वावधान में 6 नवम्बर 2023 को लगातार पाँचवे दिन परियोजना का कार्य बंद रखा गया। बाँध प्रभावितों से वार्ता हेतु उपजिलाधिकारी कालसी, लखवाड परियोजना के महाप्रबंधक सुजीत कुमार अग्रवाल , अधिशासी अभियंता डंगवाल धरना स्थल पर पहुँचे तथा बाँध प्रभावित काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं की सभी समस्याओं को सुना।
लखवाड बाँध विस्थापित सहकारी श्रम समिति के अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौहान ने अनुदान-अनुग्रह राशि को बढ़ाने, पूर्ण प्रभावित गांवों लोहारी, कूणा व रणोगी का अपने ही क्षेत्र में विस्थापन करने, लखवाड बाँध से भौगोलिक रूप प्रभावित गाँव पाली का विस्थापन व अन्य समस्याओं से उपजिलाधिकारी को अवगत करवाया।लखवाड-व्यासी युवा श्रम संविदा सहकारी समिति के अध्यक्ष संदीप तोमर ने बाँध प्रभावित बेरोजगार युवाओं की माँगों को प्रमुखता से रखते हुए उपजिलाधिकारी को अवगत करवाया कि जल्द से जल्द भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ की जाए जिससे कि बेरोजगार युवाओं को दर-दर ना भटकना पड़े साथ ही तोमर ने कहा कि जनपद टिहरी में जिन काश्तकारों की भूमि अधिग्रहित नहीं की गयी उनके लिए शीघ्र अति शीघ्र धारा-11 लागू की जाए जिससे वहाँ के बेरोजगार युवा भी भर्ती प्रक्रिया में प्रतिभाग कर सकें। नरेश चौहान लोहारी ने भी लोहारी के विस्थापन की बात को प्रमुखता से उपजिलाधिकारी के सामने रखा इसके साथ ही रजवन्त सिंह रावत द्वारा भी ग्रामसभा पाली की समस्याओं को उपजिलाधिकारी के सामने रखा गया।उपजिलाधिकारी कालसी ने 2 माह का समय मांगते हुए सभी समस्याओं को जिलाधिकारी देहरादून व सचिव ऊर्जा उत्तराखंड सरकार के समक्ष रखने व उनका निस्तारण करने का आश्वासन दिया जिसके पश्चात समिति के अध्यक्ष द्वारा 2 माह के लिए अनिश्चितकालीन धरने को स्थगित कर दिया गया। यदि 2 माह के पश्चात भी समस्याओं का निस्तारण नहीं किया गया या इस और कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो विवश होकर सभी प्रभावित काश्तकारों व बेरोजगार युवाओं को अनिश्चितकालीन धरने के लिए बाध्य होना पड़ेगा। धरनास्थल पर अध्यक्ष दिग्विजय चौहान, रजवन्त रावत, अर्जुन सिंह, विधादत्त उनियाल, नरेश चौहान, तरुण, राजेश चौहान, शूरवीर तोमर, गजेंद्र तोमर, अजवीर रावत, सरदार तोमर, सुदेश तोमर, रितिक रावत, गोल्डी तोमर, सुरेश चौहान, विनय प्रताप आदि उपस्थित रहे।