रिपोर्ट:कमल बिष्ट
पौड़ी गढ़वाल। जिला सैनिक कल्याण एवं पुर्नवास लैंसडौन व पौड़ी गढ़वाल द्वारा आज कोटद्वार में 8वीं आर्मड फोर्सेस वेटरनस डे मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधानसभा अध्यक्ष ऋतु भूषण खंडूरी ने दीप प्रज्वलित कर किया।आयोजित कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने जनपद के वीरता पदक विजेता, पूर्व सैनिक व वीर नारियों सहित अन्य पूर्व सैनिकों का माल्यार्पण, शॉल, प्रशस्ति पत्र एवं पुष्प गुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। इस दौरान उन्होंने 8वें आर्म्ड फोर्सेज वेटरंस डे के मौके पर सैन्य परंपरा को लेकर कई अहम बातें कहीं।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल ओमप्रकाश फरस्वाण ने कहा कि बदलते समय के साथ भारतीय सशस्त्र बल ‘युद्ध के पूरे स्पेक्ट्रम’ की चुनौतियों का बेहतर ढंग से मुकाबला करने में सक्षम बने हैं। कहा कि पूर्व सैनिकों की कभी हार न मानने की साहसिक भावना (resilient spirit), नेतृत्व और दूरदर्शिता जैसे गुण, आज के सशस्त्र बलों की नींव है। कहा कि भारतीय सेना के प्रथम भारतीय कमांडर इन चीफ फील्ड मार्शल केएम करिअप्पा 1947 के युद्ध के हीरो थे। भारतीय सेना को जीत दिलाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान था। कहा कि 14 जनवरी 2016 को पहली बार उनके सम्मान सशस्त्र बल भूतपूर्व सैनिक दिवस (Armed Forces Veterans Day) मनाया गया था। इसके बाद से हर साल इस दिवस का आयोजन किया जाता है।कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी ईला गिरी, उपजिलाधिकारी कोटद्वार सोहन सिंह सैनी सहित वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी पूर्व सूबेदार महेन्द्र सिंह रावत, सहायक अधिकारी, लैन्सडौन पूर्व सूबेदार सतपाल सिंह, (अ०प्रा०) सहायक अधिकारी पौड़ी राजे सिंह, रूकम सिंह, कै. जी.एम. धस्माना, नीलेश कोटनाला व समस्त पूर्व सैनिक संगठनों के पदाधिकारियों व कोटद्वार के समस्त भूतपूर्व सैनिकों ने प्रतिभाग किया।