रिपोर्ट हरेंद्र बिष्ट।
थराली। इस विकास खंड के अंतर्गत ब्रहमताल के बुग्यालों में नमुनिया होने के कारण भेड़ बकरियों की अकाल मौतें हो रही हैं।पशु चिकित्सको की एक टीम बुग्याल में दो दिनो से कैंप कर बीमार बकरियों का इलाज कर रहे हैं। ब्रहमताल के बुग्याल में रतगांव सहित आसपास के गांवों की करीब 4 हजार से अधिक भेड़ बकरियों को पशुपालक चुगाने के लिए पिछले महीने ले गए थे। किंतु अचानक एक सप्ताह से यहां रह रही भेड़, बकरियां मरने लगी अब तक 150 से अधिक भेड़ बकरियां मर गई हैं।गत रविवार को रतगांव के ग्राम प्रधान एमएस फर्स्वाण ने थराली के उपजिलाधिकारी अबरार अहमद को एक पत्र दिया था और ब्रहमताल क्षेत्र में पशुपालन विभाग की चिकित्सकीय टीम भेजने की मांग की थी।जिस पर सोमवार को पशु चिकित्सालय तलवाड़ी के चिकित्सक डॉ सौरभ रावत के नेतृत्व में थराली से एक चिकित्सकीय टीम ब्रहमताल क्षेत्र में गई और भेड़ बकरियों की मौत की जांच करते हुए उपचार शुरू कर दिया है। यहां पशु चिकित्सालय थराली के चिकित्सा प्रभारी डॉ अतुल माहेश्वरी ने बताया कि ब्रहमताल में उपचार कर रही टीम के अनुसार भेड़ बकरियां किसी रोग के कारण नही बल्कि नमुनीया के कारण मर रही हैं अभी भी कई बकरियां बीमार पड़ी हुई हैं, मंगलवार को भी चिकित्सकीय टीम ब्रहमताल में ही डटी हुई हैं और बीमार बकरियों का इलाज कर रही हैं। डॉ माहेश्वरी के अनुसार भेड़ बकरियों की नाक बह रही हैं और बकरियां खांस भी रही हैं। कहां कि संभवत बकरियों के बारिश में भीगने एवं ब्रहमताल क्षेत्र में ठंड अधिक पड़ने के कारण उनको नमुनीया हो गया होगा। प्रधान रतगांव एमएस फर्स्वाण के अनुसार अभी भी बकरियों के मरने का सिलसिला जारी हैं।