कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
कोटद्वार। उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने कोटद्वार नींबूचौड़ स्थित अपने आवास पर सभी विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर कोटद्वार में भारी वर्षा से क्षेत्र में हुई क्षति के आंकलन तथा राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा की। बैठक में अधिकारियों के साथ बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों, क्षतिग्रस्त पुल व पुलियों को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा कर अधिकारियों को जरूरी सुझाव और दिशा निर्देश दिए। बैठक का मुख्य उद्देश्य कोटद्वार में हाल ही में हुई भारी वर्षा से क्षेत्र में हुई क्षति का आंकलन करना और राहत व बचाव कार्यों की समीक्षा करना था। बैठक में अधिकारियों ने बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों, क्षतिग्रस्त पुलों और पुलियों की स्थिति पर विस्तृत चर्चा की। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अधिकारियों को महत्वपूर्ण सुझाव और दिशा निर्देश भी दिए गए। संबंधित विभागों को तुरंत कार्रवाई करने और प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेजी से पूरा करने के निर्देश दिए गए। अधिकारियों ने बताया कि क्षेत्र में बाढ़ से प्रभावित लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने और उन्हें आवश्यक सामग्री मुहैया कराने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। क्षतिग्रस्त बुनियादी ढांचे की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्यों को भी प्राथमिकता दी जा रही है। विधानसभा अध्यक्ष ने जनता से अपील की है कि वे धैर्य बनाए रखें और किसी भी आपात स्थिति में स्थानीय अधिकारियों से संपर्क करें। सभी संबंधित विभागों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में समन्वित प्रयास करने और राहत कार्यों को सुचारू रूप से संचालित करने के निर्देश दिए गए हैं। बैठक में विधानसभा निर्देश दिए की जनहित के कार्यों में किसी भी प्रकार से गुमराह ना करें और कार्य को दी गई समय सीमा पर ही पूर्ण करें इसके अलावा उन्होंने लोक निर्माण विभाग को बरसात के कारण सड़कों में पड़े गड्ढों को जल्द से जल्द दुरस्त करने के लिए कहा। इस दौरान उपजिलाधिकारी को कोटद्वार में बढ़ते डेंगू, मलेरिया के मामलो को देखते हुए प्रत्येक वार्ड की गली-गली तक छिड़काव एवं फॉगिंग लगातार प्रक्रिया में करते रहने के निर्देश दिए| साथ के साथ नगर में सफाई एवं स्वच्छता रखने की बात कही। बैठक के अंत में अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए सभी संभव उपाय किए जाएंगे। बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने मालन नदी पर बने वैकल्पिक मार्ग का अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया इस दौरान उन्होंने क्षतिग्रस्त वैकल्पिक मार्ग को युद्धस्तर पर मरमत करने के निर्देश दिए। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष ने मावाकोट- कण्वाश्रम वाले मार्ग को भी दुरुस्त करने और झाड़ी कटाने और साफ सफाई के निर्देश दिए।