कमल बिष्ट/उत्तराखंड समाचार।
पौड़ी गढ़वाल। स्वास्थ्य विभाग के तत्वाधान में नशा मुक्त भारत कार्यक्रम के अंतर्गत *विकसित भारत का मंत्र भारत को नशे से स्वतंत्र* थीम पर गोविंद बल्लभ पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस दौरान जिलाधिकारी डॉ० आशीष चौहान व वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। सोमवार को आयोजित कार्यक्रम में जिलाधिकारी ने कहा कि युवा किसी भी राष्ट्र की ऊर्जा होते हैं, युवाओं की शक्ति का समाज एवं देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान है। कहा कि नशामुक्त भारत अभियान में सर्वाधिक संख्या में युवा जुड़े हैं। कहा कि देश की इस चुनौती को स्वीकार करते हुए नशामुक्त भारत अभियान के अंतर्गत सभी को एक जुट होकर स्वयं के साथ-साथ परिवार, समुदाय, मित्र सहित अन्य को नशामुक्त करायें। जिलाधिकारी ने स्कूल प्रबंधन को कालेज एंटी ड्रग स्क्वाड बनाने के भी निर्देश दिए हैं।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने छात्र-छात्राओं को नशा मुक्ति की शपथ दिलाते हुए कहा कि 18 से 25 वर्ष की उम्र कैरियर की दिशा निर्धारित करने में महत्वपूर्ण उम्र होती है। युवा इस उम्र में नशे की ओर बिल्कुल भी आकर्षित न हो और अपनी ऊर्जा को पॉजिटिव कार्य, पढ़ाई, खेलकूद आदि में लगाएं। उन्होंने बताया कि वर्तमान में युवाओं में बढ़ते नशे की प्रवृत्ति चिंता का विषय है व नशा एक भयंकर बीमारी का रूप लेता जा रहा है जो युवा पीढ़ी को लगातार अपनी गिरफ्त में ले रहा है। इसीलिए हमें अच्छे समाज की रचना के लिए नशे पर अंकुश लगाना होगा और युवाओं को नशे से दूर रहना होगा।
कार्यक्रम में नर्सिंग कॉलेज डोभ श्रीकोट व गोविंद बल्लभ पंत इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा कार्यक्रम में प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में दोनों कॉलेज के द्वारा नशा मुक्ति पर नाटक प्रस्तुत किए गए। कार्यक्रम में 25 प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर जीबी पंत इंजीनियरिंग कॉलेज घुड़दौड़ी निदेशक डॉ० बी. एन. काला, एसीएमओ डॉ० पारुल गोयल सहित श्वेता गुसाईं, मनमोहन देवली, आशीष रावत, दिनेश शाह व छात्र- छात्राएँ उपस्थित रहे।