• About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact
Uttarakhand Samachar
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल
No Result
View All Result
Uttarakhand Samachar
No Result
View All Result

भारत गणराज्य में संविधान में जिक्र नहीं, फिर भी उप मुख्यमंत्री: डॉ. हरीश चन्द्र अन्डोला

06/12/24
in उत्तराखंड
Reading Time: 1min read
52
SHARES
65
VIEWS
Share on FacebookShare on WhatsAppShare on Twitter

देहरादून। भारत गणराज्य में वर्तमान में 28 राज्य और 3 केंद्र शासित प्रदेश हैं. यहां पर चुनी हुई सरकार ही शासन करती है. वहीं भारत के संविधान के अनुच्छेद 164 में राज्य सरकार गठित किए जाने का प्रावधान है. इसके अनुसार राज्यों के राज्यपाल बहुमत वाले विधायक दल के नेता को मुख्यमंत्री चुनते हैं और फिर मुख्यमंत्री की सलाह पर कैबिनेट का गठन किया जाता है. इतना ही नहीं संविधान के इस अनुच्छेद में उप मुख्यमंत्री का कोई जिक्र नहीं किया है. इसी वजह से डिप्टी सीएम के वेतन, अन्य भत्ते और सुविधाएं भी कैबिनेट मंत्री के बराबर ही दी जाती हैं. साथ ही उप मुख्यमंत्री के द्वारा कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली जाती है और फिर मुख्यमंत्री की सिफारिश पर राज्यपाल के द्वारा उन्हें डिप्टी सीएम का दर्जा दिया जाता है. कोई भी व्यक्ति उप मुख्यमंत्री बन सकात है. हालांकि कुछ राज्यों में सिर्फ विधायक ही मंत्री बन सकते हैं, तो वहीं कुछ राज्यों में विधानपरिषद के सदस्यों को भी मंत्री बनाया जाता है. हालांकि कितने उप मुख्यमंत्री बनाए जा सकते हैं, इसका कोई उल्लेख नहीं है. यही वजह है कि कई जगहों पर दो तो कई जगह पर एक ही डिप्टी सीएम हैं. कैबिनेट को लेकर एक स्वरूप तय है कि केंद्र शासित प्रदेश को छोड़कर अन्य राज्यों में कुल विधायकों का 15 फीसदी ही मंत्री बन सकते हैं. यदि किस राज्य में विधानसभा में 80 सीट हैं तो वहां पर मुख्यमंत्री समेत कुल 12 मंत्री ही हो सकते हैं. गौरतलब है कि वरिष्ठ मंत्री हो ही उप मुख्यमंत्री बनाया जाता है. वहीं मुख्यमंत्री के नहीं रहने की स्थिति में उप मुख्यमंत्री कैबिनेट की अध्यक्षता करते हैं. वर्तमान में अरुणाचल में चाउना मीन, आंध्र प्रदेश में पवन कल्याण, बिहार में सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा, उत्तर प्रदेश में केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक, छत्तीसगढ़ में अरुण साव और विजय शर्मा, हिमाचल में मुकेश अग्निहोत्री, जम्मू कश्मीर में सुरेंद्र चौधरी, कर्नाटक में डीके शिवकुमार उप मुख्यमंत्री हैं. भारत में पहली बार कब बना था पहला उप मुख्यमंत्री बिहार के अनुग्रह नारायण सिंह भारत के पहले उप मुख्यमंत्री बने थे. वे 1956 तक इस पद पर रहे. इसके बाद हरियाणा में उप मुख्यमंत्री बनाया गया. वहीं 1990 के बाद देश में उप मुख्यमंत्री बनाने की परंपरा शुरू हो गई. इसी क्रम में बिहार के सुशील कुमार मोदी सबसे अधिक समय उप मुख्यमंत्री के पद पर रहे. मोदी करीब 10 साल तक डिप्टी सीएम रहे. राज्यों में डिप्टी सीएम बनाने को लेकर किसी भी राजनीतिक पार्टी के द्वारा जाति समीकरण को साधना पहला मकसद होता है. हर प्रदेश में चार से पांच जातियां सामाजित तौर पर मुखर होती हैं. परंतु सरकार बनने के बाद कोई भी पार्टी एक ही जाति के व्यक्ति को मुख्यमंत्री बना सकती है. ऐसे में अन्य जातियों को संतुष्ट करने के लिए डिप्टी सीएम बनाया जाता है. महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे और अजित पवार के उप मुख्यमंत्री बनने के साथ ही देश में डिप्टी सीएम की संख्या 26 हो गई है. ऐसा पहली बार है कि देश में 16 राज्यों में डिप्टी सीएम हैं. डिप्टी सीएम बनाने में कांग्रेस के अलावा भाजपा के साथ-साथ छोटी पार्टियां भी काफी आगे है. वह भी तब, जबकि इस पद का भारत के संविधान में कोई उल्लेख नहीं है. इतना ही नहीं नौ राज्यों में तो 2-2 उप मुख्यमंत्री काम कर रहे हैं. इनमें यूपी, बिहार और महाराष्ट्र जैसे बड़े राज्य शामिल हैं. वहीं तमिलनाडु में पिता मुख्यमंत्री और बेटा उप मुख्यमंत्री पद पर काबिज है. साल 1967 में कर्पूरी ठाकुर बिहार के दूसरी उपमुख्यमंत्री बने थे। तो फिर कई राज्यों में उपमुख्यमंत्री बनाये गये। इसी तरह मेघालय में पी ताइसोंग और एस धर, मध्य प्रदेश में जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, राजस्थान में प्रेम बैरवा और दीया कुमारी, नगालैंड में वाई पैट और टीआ जेलियांग,ओडिशा में के सिंह देव और पार्वती परिदा, तमिलनाडु में उदयनिधि स्टालिन, तेलंगाना में बी विक्रममार्क उप मुख्यमंत्री हैं. मध्य प्रदेश में जनसंघ के नेता वीरेंद्र कुमार सकचेला पहले उपमुख्यमंत्री बने थे। वह गोविंद नारायण सिंह की सरकार में इस पद पर आसीन हुए थे। भारतीय राजनीति आज भी जाती आधारित ही है इसलिए यह एक एहम कारण बन जाता है अब जैसे हर राज्य में अलग-अलग जातियां होती हैं, जो संख्या और सामाजिक ताकत के हिसाब से मुखर होती हैं। सरकार बनने पर पार्टी सिर्फ एक ही नेता को मुख्यमंत्री बना सकती है जो की किसी भी जाती का हो सकता है, लेकिन इससे अन्य जातियों के लोग असंतुष्ट हो सकते है उनको साधने के लिए डिप्टी सीएम का पद दिया जाता है।उदाहरण के तौर पर राजस्थान में ब्राह्मण समुदाय के भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाया, और ठाकुर वोटरों को साधने के लिए दीया कुमारी को डिप्टी सीएम बना दिया। दलित वोटरों को ध्यान में रखते हुए प्रेम चंद्र बैरवा को भी डिप्टी सीएम बनाया दिया गया।इसी तरह मध्य प्रदेश में ओबीसी समुदाय के मोहन यादव को सीएम बनाया गया, जबकि दलितों को साधने के लिए जगदीश देवड़ा और ब्राह्मणों को ध्यान में रखते हुए राजेंद्र शुक्ला को डिप्टी सीएम बना दिया गया। गठबंधन सरकार में भी उप मुख्यमंत्री वाला फॉर्म्युला खूब काम करता है। जब दो पार्टियां हाथ मिलाकर सरकार बनाती हैं तो दोनों में से किसी एक के ही खाते में मुख्यमंत्री की कुर्सी आएगी। लिहाजा दूसरी पार्टी से उपमुख्यमंत्री बना दिया जाता है ताकि ये दिखाया जा सके कि सरकार में दोनों पार्टियां बराबर की साझीदार हैं। यह फॉर्म्युला कुछ राज्यों में बहुत अच्छे से काम कर रहा है।बिहार में जब पिछले साल अगस्त में नीतीश कुमार की जेडीयू और आरजेडी साथ आईं तो सरकार में तेजस्वी यादव को 4 अहम मंत्रालयों के साथ उप मुख्यमंत्री की कुर्सी मिली। नीतीश कुमार सूबे के मुख्यमंत्री बने रहे।महाराष्ट्र में भी बीजेपी ने उप मुख्यमंत्री वाला फॉर्म्युला अपनाया। शिवसेना के एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री हैं। बीजेपी और एनसीपी के अजीत पवार गुट से एक-एक उप मुख्यमंत्री हैं। पहले सरकार में शिंदे की अगुआई में शिवसेना और बीजेपी थीं। तब सिर्फ एक उप मुख्यमंत्री थे बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस और उनके पास कई अहम मंत्रालय थे। बाद में इस साल जुलाई में अजीत पवार की अगुआई वाला एनसीपी का गुट भी सरकार में शामिल हो गया। तब सूबे को फडणवीस के अलावा एक और उप मुख्यमंत्री मिला अजीत पवार के रूप में। फडणवीस के कुछ अहम मंत्रालय पवार को मिल गए।।लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं।लेखक वर्तमान में दून विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं।

Share21SendTweet13
https://uttarakhandsamachar.com/wp-content/uploads/2025/10/yuva_UK-1.mp4
Previous Post

डोईवाला : सहायक क्षेत्रीय निदेशक इग्नू ने किया परीक्षा का औचक निरीक्षण

Next Post

डुमक गांव को मोटर मार्ग से जोड़ने के लिए चल रहा आंदोलन अब रंग ला सकता है

Related Posts

उत्तराखंड

बहरीन में चल रहे यूथ एशियन गेम्स में कबड्डी में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने किया देश और प्रदेश का नाम रोशन

October 26, 2025
23
उत्तराखंड

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

October 26, 2025
11
उत्तराखंड

“देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव 2025” में स्थानीय समुदायों, पर्यटकों और गणमान्य अतिथियों की उत्साहपूर्ण सहभागिता देखने को मिली

October 26, 2025
4
उत्तराखंड

माणा गाँव में देवभूमि सांस्कृतिक महोत्सव का भव्य समापन — सीमांत क्षेत्रों में पर्यटन और आर्थिकी को नई उड़ान

October 26, 2025
9
उत्तराखंड

इंटर कॉलेज मोटाढाक में हुआ ब्लॉक स्तरीय विज्ञान महोत्सव संपन्न

October 26, 2025
43
उत्तराखंड

उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ने आपदा प्रभावितों की सहायता एवं पुनर्निर्माण कार्यों के लिए ₹ 35,49,371 की धनराशि मुख्यमंत्री राहत कोष में प्रदान की

October 25, 2025
10

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Popular Stories

  • चार जिलों के जिलाधिकारी बदले गए

    67470 shares
    Share 26988 Tweet 16868
  • डोईवाला : पुलिस,पीएसी व आईआरबी के जवानों का आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण सम्पन्न

    45755 shares
    Share 18302 Tweet 11439
  • ऑपरेशन कामधेनु को सफल बनाये हेतु जनपद के अन्य विभागों से मांगा गया सहयोग

    38026 shares
    Share 15210 Tweet 9507
  •  ढहते घर, गिरती दीवारें, दिलों में खौफ… जोशीमठ ही नहीं

    37422 shares
    Share 14969 Tweet 9356
  • विकासखंड देवाल क्षेत्र की होनहार छात्रा ज्योति बिष्ट ने किया उत्तराखंड का नाम रोशन

    37293 shares
    Share 14917 Tweet 9323

Stay Connected

संपादक- शंकर सिंह भाटिया

पता- ग्राम एवं पोस्ट आफिस- नागल ज्वालापुर, डोईवाला, जनपद-देहरादून, पिन-248140

फ़ोन- 9837887384

ईमेल- shankar.bhatia25@gmail.com

 

Uttarakhand Samachar

उत्तराखंड समाचार डाॅट काम वेबसाइड 2015 से खासकर हिमालय क्षेत्र के समाचारों, सरोकारों को समर्पित एक समाचार पोर्टल है। इस पोर्टल के माध्यम से हम मध्य हिमालय क्षेत्र के गांवों, गाड़, गधेरों, शहरों, कस्बों और पर्यावरण की खबरों पर फोकस करते हैं। हमारी कोशिश है कि आपको इस वंचित क्षेत्र की छिपी हुई सूचनाएं पहुंचा सकें।
संपादक

Browse by Category

  • Bitcoin News
  • Education
  • अल्मोड़ा
  • अवर्गीकृत
  • उत्तरकाशी
  • उत्तराखंड
  • उधमसिंह नगर
  • ऋषिकेश
  • कालसी
  • केदारनाथ
  • कोटद्वार
  • क्राइम
  • खेल
  • चकराता
  • चमोली
  • चम्पावत
  • जॉब
  • जोशीमठ
  • जौनसार
  • टिहरी
  • डोईवाला
  • दुनिया
  • देहरादून
  • नैनीताल
  • पर्यटन
  • पिथौरागढ़
  • पौड़ी गढ़वाल
  • बद्रीनाथ
  • बागेश्वर
  • मनोरंजन
  • यात्रा
  • राजनीति
  • रुद्रप्रयाग
  • रुद्रप्रयाग
  • विकासनगर
  • वीडियो
  • संपादकीय
  • संस्कृति
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • साहिया
  • हरिद्वार
  • हेल्थ

Recent News

बहरीन में चल रहे यूथ एशियन गेम्स में कबड्डी में उत्तराखण्ड के खिलाड़ियों ने किया देश और प्रदेश का नाम रोशन

October 26, 2025

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रविवार को भगवान बद्रीविशाल के दर्शन पूजन कर प्रदेश की खुशहाली की कामना की

October 26, 2025
  • About Us
  • Privacy Policy
  • Cookie Policy
  • Terms & Conditions
  • Refund Policy
  • Disclaimer
  • DMCA
  • Contact

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.

No Result
View All Result
  • Home
  • संपादकीय
  • उत्तराखंड
    • अल्मोड़ा
    • उत्तरकाशी
    • उधमसिंह नगर
    • देहरादून
    • चमोली
    • चम्पावत
    • टिहरी
    • नैनीताल
    • पिथौरागढ़
    • पौड़ी गढ़वाल
    • बागेश्वर
    • रुद्रप्रयाग
    • हरिद्वार
  • संस्कृति
  • पर्यटन
    • यात्रा
  • दुनिया
  • वीडियो
    • मनोरंजन
  • साक्षात्कार
  • साहित्य
  • हेल्थ
  • क्राइम
  • जॉब
  • खेल

© 2015-21 Uttarakhand Samachar - All Rights Reserved.