कमल बिष्ट/कोटद्वार। आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के अंतर्गत जीजीआईसी, कोटद्वार में तिरंगा यात्रा निकाली गई। कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी भूषण ने शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए तिरंगा यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यात्रा आर्य कन्या इंटर कॉलेज से आरंभ होकर अमर शहीदों के जयकारे लगाते हुए नगर निगम सभागार पहुंची। जहां उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत और विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी “मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत दीप प्रज्वलित कर किया।इस दौरान छात्र छात्राओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए।विधानसभा अध्यक्ष ने छात्रों को मेरी माटी मेरा देश अभियान को बताते हुए कहा की “मिट्टी को नमन, वीरों का वंदन” मेरी माटी मेरा देश अभियान को प्रधानमंत्री ने निर्देशों पर शुरू हुआ है। इस अभियान का प्राथमिक उद्देश्य उन साहसी शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों और बहादुर महिलाओं को सम्मान और श्रद्धांजलि देना है जिन्होंने पूरे भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में सेवा की।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने उत्तराखंड की प्रथम महिला स्वतंत्रता सेनानी बिश्नी देवी शाह को याद करते हुए कहा की बिश्नी देवी शाह 13 साल की उम्र में शादी, 16 साल की उम्र में पति का निधन। ससुराल व मायके वालों ने ठुकराया फिर भी जीवन संघर्ष रखा जारी। उन्होंने आजादी की लडाई में निभाई महत्वपूर्ण भूमिका। पहली बार कुमाऊं के अल्मोडा में फहराया तिरंगा।
खण्डूडी ने बताया की उत्तराखण्ड की पहली महिला जो आजादी की लड़ाई के लिये जेल गई और स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने देश के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों को नमन किया।
कैबिनेट मंत्री धन सिंह रावत ने बताया की देश की राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए सरकार की मंशा के अनुरूप मेरी माटी मेरा देश अभियान के तहत विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा, मेरी सभी से अपील है कि इस राष्ट्रीय महोत्सव में बढ़-चढ़कर हिस्सा लें और मिट्टी को नमन वीरों को वंदन करें।
कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष ने छात्र छात्राओं व समस्त उपस्थित जनों को आगे आकर देश हित में कार्य करने की शपथ दिलाई। कार्यक्रम में प्रधानाचार्य सुनीता मधवाल, जिला अध्यक्ष वीरेंद्र रावत, राजेंद्र अन्थवाल, दिनेश चंद्र गौड़, हरि सिंह पुंडीर, उमेश त्रिपाठी, उमेश सिंह बिष्ट सुमन कोटनाला, पंकज भाटिया, अनीता गौड़, सुनीता कोटलाना आदि मौजूद रहे।