रिपोर्ट: ईश्वर राणा उत्तराखंड समाचार
चमोली गौचर : डाइट गोचर में डीएलएड प्रशिक्षुओं हेतु आयोजित पांच दिवसीय अबेकस प्रशिक्षण संपन्न हुआ। इस प्रशिक्षण में डीएलएड प्रथम सेमेस्टर के 59 छात्रों ने तथा डीएलएड तृतीय सेमेस्टर के 38 छात्रों ने प्रतिभा किया. अबेकस एक यंत्र है जिसके द्वारा गणितीय संक्रियाओं को जैसे जोड़, घटाना, गुणा, भाग बहुत तेजी व शुद्धता से किया जा सकता है। इस अवसर पर प्राचार्य डाइट गोचर ने बताया की बच्चों के मस्तिष्क का विकास 10 साल की आयु में लगभग 99% तक हो जाता है अतः शिक्षकों को विभिन्न टीएलएम का उपयोग करके शिक्षण कार्य करना चाहिए। अबेकस एक यंत्र है जिसकी मदद से छात्र बिना कागज व पेंसिल का प्रयोग करें बहुत तेजी से गणित के प्रश्नों को हल कर सकता है। प्राचार्य जी ने प्रशिक्षकों को लगातार इसका अभ्यास करने को कहा ताकि वे विजुलाइजेशन की ओर बढ़ सके। इस अवसर पर डाइट के गणित प्रवक्ता गोपाल कपरुवान ने बताया गया कि अबेकस हमारे मस्तिष्क के बायें तथा दाएं दोनों भागों को सक्रिय करता है। अबेकस छोटे बच्चों की स्मृति, एकाग्रता तथा मानसिक गणित करने के कौशल की क्षमता को बढ़ाता है। आज के युग में अबेकस द्वारा गणित सीखना ज्यादा महत्वपूर्ण है, यह छोटे बच्चों से मोबाइल की आदत को भी छुड़वा सकता है। मुख्य संदर्भ दाता के रूप में श्री रंजन बिष्ट तथा श्री पंकज पांडे द्वारा प्रशिक्षुओं को यह प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर डाइट के संकाय सदस्य श्री एल एस बर्तवाल श्री आर पी मैखुरी, श्री आर एस बर्तवाल तथा श्री सुबोध डिमरी उपस्थित रहे।