देहरादून (प्रियांशु सक्सेना)। संविदा एवं बेरोजगार नर्सिंग अधिकारी महासंघ के पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय में डायरेक्टर डॉ जंगपांगी को ज्ञापन सौंपा। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मीनाक्षी ममगाई ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग में 1564 पदों पर जो विज्ञप्ति जारी की गई थी उसमें से अब तक 1400 लोगों ने ज्वाइन कर लिया है इस भर्ती में कुछ बाहरी लोगों का चयन फर्जी स्थाई निवास और फर्जी तरीके से उत्तराखंड नर्सेज काउंसिल में रजिस्ट्रेशन कराकर हो गया है। संगठन द्वारा पहले भी इन लोगों की शिकायत मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव से की गई है। स्वास्थ्य मंत्री को भी इससे अवगत कराया है साथ ही महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ विनीता शाह को भी संदिग्ध आठ लोगों की जांच के लिए पत्र लिखा था। इन लोगों की जांच जो अब तक करवाई गई उसमें दो अभ्यार्थियों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया है। दोनों व्यक्तियों का अभ्यर्थन निरस्त कर दिया गया लेकिन अभी जिन लोगों की जांच सही प्रकार से नहीं हो पाई है। इसी विषय को लेकर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए नर्सिंग बेरोजगार स्वास्थ्य महानिदेशक को ज्ञापन देने पहुंचे। स्वास्थ्य महानिदेशक कार्यालय में डायरेक्टर डॉ जंगपांगी ने पूर्ण विश्वास संगठन को दिलाया कि एक कमेटी बनाकर दोबारा से गहन जांच जल्द कराई जाएगी। जिसमें सभी के स्थाई निवास और अन्य दस्तावेजों की गहनता से जांच कर प्रदेश के बेरोजगारों के साथ न्याय किया जाएगा। संगठन के सचिव अंकित भट्ट ने कहा कि यदि निष्पक्ष जांच जल्द कर इनका अभ्यर्थन निरस्त नहीं किया गया तो प्रदेश व्यापी आन्दोलन किया जायेगा। इस दौरान मीडिया प्रभारी महीपाल सिह कृषाली, निशा बिष्ट, अनिता कैड़ा, दीपक सिंह, स्वाति गोदियाल, प्रभा नेगी, शीतल रावत, प्रियंका सेमवाल, मोनिका रावत, संगीता सजवान, एकता रावत, शर्मिला सकलानी आदि थे।