देहरादून। कांग्रेस पार्टी ने चंपावत सीट से मुख्यमंत्री के खिलाफ निर्मला गहतोड़ी को अपना उम्मीदवार बनाया है।
निर्मला गहतोड़ी कांग्रेस की पूर्व जिलाध्यक्ष रही हैं और पूर्व दर्जा राज्य मंत्री भी रहीं। चंपावत सीट से कांग्रेस पार्टी के लिए राज्य बनने के बाद हेमेश खर्कवाल चुनाव लड़ते रहे हैं। वह चंपावत से विधायक भी रहे हैं। इस समय चंपावत सीट पर कांग्रेस के पास हेमेश खर्कवाल से बड़ा नेता कोई नहीं है। इसके बावजूद निर्मला गहतोड़ी को टिकट क्यों दिया गया? क्या कांग्रेस चंपावत सीट पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को वाकओवर देना चाहती है? सवाल कई हैं। सिगूफा यह भी छोड़ा जा रहा था कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत चंपावत से चुनाव लड़ सकते हैं। हालांकि इसकी कोई घोषणा न तो हरीश रावत की तरफ से की गई थी और न ही पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई बात कही गई थी।
उप चुनाव में यदि सामने की सीट पर मुख्यमंत्री हो तो विपक्षी पार्टियां अक्सर चुनावी लड़ाई को औपचारिक बना देती हैं। पहले भी ऐसे होता रहा है, लगता है इस बार भी यही होने जा रहा है।