फाइल फोटो-पर्वतीय क्षेत्र मे इन दिनो आयोजित हो रहे पंाडव लीला के पश्वा ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। रविग्राम मे पांडव नृत्य का आगाज, जोशीमठ के मठांगण मे 23 दिसबंर से शुरू होगा पंाडव नृत्य।
शहरी परिवेश के वावजूद नगर पालिका के रविग्राम व जोशीमठ के स्थानीय निवासियों ने पौराणिक पंरपराओ को ने केवल जीवित रखा है ब्लकि युवा पीढी भी पंरपराओ के निर्वहन मे बढचढ कर भाग ले रही है।
नगर के रविग्राम मे बीती दो दिसबंर से पंाडव मेले का शुभारंभ हुआ है। जोशीमठ मे पंाडव नृत्य आयोजन को लेकर हुई बैठक की अध्यक्षता करते हुए देवपुजाई समिति के अध्यक्ष/ बदरीनाथ के धर्माधिकारी भुवनच्रद उनियाल की अध्यक्षता मे हुई बैठक मे पंचाग गणना के बाद पांडव नृत्य मेले की तिथि तय करते हुए रविबार 23दिसबर से पांडव नृत्य की शुरूवात करने का निर्णय लिया गया ।
देवपुजाई समिति के सचिव उमेश सती के संचालन मे हुई इस बैठक मे मौजूद सुनील से लेकर मारवाडी तक के निवासियों ने अपने-अपने विचार रखते हुए नगर मे आयोजित होने वाले इस पांडव उत्सव को भब्य रूप देने का आग्रह किया गया। इसके लिए बैठक मे ही एक संचालन समिति का विधिवत गठन किया गया। उक्त गठित संचालन समिति ही विभिन्न दायित्वों के निर्वहन के लिए अलग-अलग उप समितियाॅ गठित करेगे।
जोशीमठ मे पंाडव नृत्य का आयेाजन पूर्व धार्मिक व मान्य पंरपरानुसार नृसिंह मंदिर मठागंण मे आयोजित किये जाते है। रविग्राम व जोशीमठ मे हर तीसरे वर्ष पांडव नृत्य का आयेाजन किया जाता है। इन दोनो गाॅव की पंरपरा रही है कि एक वर्ष जाख देवता का भ्रमण और अगले वर्ष पांडव नृत्य का आयोजन किया जाता है।
पुजाई समिति के अध्यक्ष भुवन च्रद उनियाल ने नौ दिवसीय पंाडव नृत्य आयोजन के सफल आयोजन के लिए पूरे क्षेत्रवासियों से भरपूर सहयोग व निरंतर उपथिति की आग्रह किया है।