थराली से हरेंद्र बिष्ट।
एक बार फिर से पिछले 16 घंटों से 33 केवी नंदकेसरी-देवाल सब स्टेशन में तकनीकी खामियों के आने के कारण संपूर्ण विकासखंड देवाल के साथ ही थराली ब्लाक के कुछ गांवों में बिजली की आपूर्ति ठप पड़ी हुई है। जिससे पिछली रात इन गांवों के लोगों को अपनी रात अंधेरे में ही गुजारने पर मजबूर होना पड़ा। विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार सब स्टेशन में आई तकनीकी खामियों को दूर कर सप्लाई शुरू किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
गुरुवार की देर सांय करीब 7.30 बजे अचानक देवाल विकासखंड में बिजली की आपूर्ति ठप हो गई। जोकि अब तक ठप पड़ी हुई है। पिछले डेढ़ सप्ताह के अंदर यह तीसरी बार हैं कि संपूर्ण देवाल ब्लाक में 15 घंटों से अधिक समय तक बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई है। इससे पहले दो बार कर्णप्रयाग से नारायणबगड़, थराली एवं देवाल ब्लाकों के लिए आने वाली 33 केवी बिजली लाईन में कर्णप्रयाग-नारायणबगड़ के बीच फाल्ट आजाने के कारण संपूर्ण पिंडर घाटी के तीनों विकासखंडों में 20 से 25 घंटों तक बिजली सप्लाई पूरी तरह से बंद हो गई थी। अब नंदकेसरी-देवाल 33 केवी सब स्टेशन में तकनीकी खामियों के कारण देवाल ब्लाक में बिजली आपूर्ति ठप होने से जहां एक ओर लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
वही दूसरी ओर विद्युत ऊर्जा निगम के खिलाफ रोष बढ़ता जा रहा है। बिजली सप्लाई बंद होने के संबंध में विद्युत ऊर्जा निगम थराली के अवर अभियंता हेमंत चमोला ने बताया कि बिजली सब स्टेशन में तकनीकी दिक्कत आने के कारण सप्लाई बंद हो गई है। इस खामी को जल्द से जल्द सही कर सप्लाई बहाल कर दी जाएगी। आये दिन बिजली सप्लाई ठप रहने पर बार एसोसिएशन के थराली के अध्यक्ष एवं देवाल के पूर्व प्रमुख देवी दत्त कुनियाल ने रोष व्यक्त करते हुए कहा कि जहां ऊर्जा निगम उपभोक्ताओं से न्यूनतम बिजली बिलों के नाम पर प्रत्येक माह भारी भरकम राशि वसूलने में लगा हुआ है, वही उपभोक्ताओं को न्यूनतम सुविधा देने में पूरी तरह नाकाम साबित हो रहा है। जबकि कांग्रेसी नेत्री एवं देवाल की पूर्व ब्लाक प्रमुख उर्मिला बिष्ट ने कहा कि पिछले दो.तीन वर्षों के दौरान ऊर्जा निगम के द्वारा बिजली की बेहतरीन व्यवस्था के नाम पर करोड़ों रुपए खर्च किए गए हैं। किंतु जनता को किसी भी तरह का लाभ नही मिल पा रहा हैं। जोकि बेहद निराशाजनक है। उन्होंने सुविधाएं में सुधार लाएं जाने की मांग करते हुए जनांदोलन की चेतावनी दी है।












