पिथौरागढ, 22 जून 2025
जनपद के सीमावर्ती धारचूला से जौलजीबी तक कालीनदी हर वर्ष बर्षात में भारी तबाही लाती है। नेपाल और भारतीय सीमा पर उग्र वेग पर बहने वाली कालीनदी से लगातार हो रहे भूकटाव रोकने के लिए दोनों देशों के विभिन्न सरकारी विभाग एक ओर जहां सीमेंटड तटबंध बना रहे हैं वहीं कुमाऊँ की 130 इंफैट्री बटालियन टास्क फोर्स ने भारतीय क्षेत्र में नदी के सुरक्षित स्थानों पर पौधारोपण अभियान संचालित कर दिया है।
टास्क फोर्स के जवानों ने पहले चरण में विभिन्न प्रजाति के छह हजार पौधों का रोपण कर दिया है। 130 इंफ्रेट्री बटालियन के एडजूडेंट आफीसर वीएस दानू ने बताया है कि काली नदी के किनारे धारचूला से जौलजीबी की ओर बांज, फल्यांट, मणिपुरी बांज, सुरई, उतीस, भीमल, क्वैराल, माल्टा, नींबू, अमरूद, अखरोट आदि के छह हजार पौधे रोपित किए गए हैं। पौधारोपण से पूर्व इस क्षेत्र का ईटीएफ टीम द्वारा गहन अध्ययन किया गया। कर्नल दानू ने बताया कि संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षित जगहों पर अभी और भारी संख्या में पौधारोपण किया जाएगा। इस वर्षाकाल में आठ लाख पौधों को रोपित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है। एक लाख पौधे इसके अतिरिक्त लगाए जाएंगे। उन्होंने स्कूल प्रबंधन, स्वैच्छिक और सामाजिक संगठनों से पौधारोपण कार्यक्रम में बढचढकर भागीदारी की अपील करते हुए कहा है कि ईटीएफ उनकी मांग पर निशुल्क पौधे उपलब्ध करा देगा बशर्ते पौधों के संरक्षण का दायित्व वह स्वयं लें।
इससे पूर्व ईटीएफ टीम ने जिला मुख्यालय के निकट यक्षवती नदी के किनारे और धनौड़ा वन पंचायत क्षेत्र में विभिन्न प्रजाति के तीन सौ पौधों का रोपण किया गया। इस कार्यक्रम में किसान भूषण पुरस्कार प्राप्त पूर्व सूबेदार केशवदत्त मखौलिया, लेफ्टिनेंट यशपाल चंद, मनरेगा लोकपाल जगदीश कलौनी, त्रिभुवन शाही, अभिलाषा समिति के डाक्टर किशोर पंत, मुस्कान सामाजिक उत्थान समिति की विनीता कलौनी आदि मौजूद रहे।