कमल बिष्ट।
पौड़ी। मुख्य विकास अधिकारी प्रशांत कुमार आर्य की अध्यक्षता में विकास भवन सभागार में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना उत्तराखंड विकेंद्रीकृत वाटरशेड विकास परियोजना के अंतर्गत जिला जलागम परियोजना प्रबंधन इकाई की बैठक आयोजित की गई। बैठक में उप परियोजना निदेशक यूडीडब्लूडीपी रमेश तिवारी द्वारा सभी सदस्यों को विकेंद्रीकृत वाटरशेड विकास परियोजना का परिचय देते हुए योजना के उद्देश्यों, गठन और लक्ष्यों से प्रजेंटेशन के माध्यम से अवगत कराया गया। मुख्य विकास अधिकारी ने इस दौरान समिति के सदस्यों को योजना के संबंध में ग्रामीण सहभागी मूल्यांकन पीआरए.पार्टिसिपेटरी रूरल अप्रेजल के तहत योजना का प्लान बनाने और उसके इंप्लीमेंटेशन के संबंध में प्रक्रिया प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
उन्होंने सदस्यों को ग्राम स्तर पर ग्राम सभा के सदस्यों के समन्वय से सभी की सहभागिता सुनिश्चित करते हुए उनकी स्थानीय जरूरत के अनुसार वाटरशेड प्रबंधन, जल स्रोतों के पुनरुद्धार, सुधारीकरण और संवर्धन के साथ ही कृषि, पशुपालन और इससे संबद्ध क्षेत्रों में आजीविका के स्थानीय परिस्थिति के अनुसार साधन बढ़ाकर स्थानीय लोगों के जीवन स्तर में सुधार करने के लिए बेहतर प्लान बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने पर्यावरण संरक्षण के साथ.साथ लोगों की आजीविका को बढ़ाने के लिए विकासखंड स्तर की विभिन्न समितियों का भी सहयोग लेते हुए प्लान निर्मित करने को कहा। कहा कि जिस गांव और तोक में जो स्थानीय जरूरत के अनुरूप जरूरी हो और विभिन्न विभागों के से जुड़े हुए घटक के अनुरूप प्लान बनाएं।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ग्रामीण सहभागी मूल्यांकन पीआरए से प्लान बनाने के पश्चात उसी अनुरूप योजना का बेहतर इंप्लीमेंट करने की प्रक्रिया प्रारंभ की जाए। इस दौरान बैठक में परियोजना निदेशक डीआरडीए संजीव कुमार राय, मुख्य कृषि अधिकारी अमरेंद्र चौधरी, जिला उद्यान अधिकारी डॉ डीके तिवारी, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ रमेश नितवाल, अधिशासी अभियंता मुकेश दत्त, एसडीओ वन विभाग राजेंद्र रावत, उद्यान अधिकारी सत्यप्रकाश, एडीपीआरओ नितिन नौटियाल सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे। जिला सूचना अधिकारीए जनपद पौड़ी गढ़वाल।