थराली से हरेंद्र बिष्ट।
पिंडर घाटी में हल्की बूंदाबांदी में भी बिजली के गायब होने की परंपरा इस बार भी कायम रही। शीतकालीन की पहली हल्की बारिश के कारण वीरवार की पूरी रात इस क्षेत्र के लोगों को अंधेरे में ही गुजारनी पड़ी। समाचार लिखे जाने तक 14 घंटों से अधिक समय से बिजली की सप्लाई ठप पड़ी हुई है।
दरअसल पिंडर घाटी के नारायणबगड़, थराली एवं देवाल विकासखंडों को सिमली-कर्णप्रयाग 132 केवी बिजली सब स्टेशन से 33 केवी बिजली लाइन के द्वारा आपूर्ति की जाती है। पिछले कुछ सालों से देखने में आ रहा है कि गर्मियां हों या बरसात अथवा जाड़े के मौसम हो इस दौरान आने वाली पहली बारिश हो अथवा बूंदाबांदी, पिंडर घाटी में घंटों बिजली आपूर्ति ठप होने की एक परंपरा सी बन गई है। जोकि इस बार भी कायम रही।
पिछले सवा महीने के बाद इस क्षेत्र में शीत ऋतु की गुरुवार को पहली बारिश शुरू हुई तो देर सायं अचानक करीब 7.30 बजे पूरे क्षेत्र की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। जिससे गुरुवार की पूरी रात यहां के तीनों ब्लाकों के नागरिकों को मजबूरन अंधेरे में गुजारनी पड़ी। समाचार लिखे जाने तक करीब 14 घंटों के बाद भी बिजली की आपूर्ति शुरू नही हो पाईं हैं। जिससे लोगों में बिजली विभाग के खिलाफ रोष पनपने लगा है।