फोटो- श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। क्वारन्टीन की अवधि पूरी करने के बाद बदरीनाथ के मुख्य पुजारी श्री रावल पंहुचे जोशीमठ।
श्री बदरीनाथ धाम के मुख्य पुजारी श्री रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी जोशीमठ पंहुच गए हैं। जोशीमठ नृसिंह मंदिर प्रवास के बाद 13 मई को शंकराचार्य गददी के साथ बदरीनाथ धाम के लिए प्रस्थान करेंगे।
मुख्य पुजारी श्री रावल को केरल प्रांत से उत्तरांखड पंहुचने पर ऋषिकेश में क्वारन्टीन किया गया था। क्वारन्टीन की निश्चित अवधि पूरी करने के बाद श्री रावल शनिवार को जोशीमठ पहंुचे। कोविड-19 के कारण इस बार मुख्य पुजारी श्री रावल को जोशीमठ पंहुचने पर स्वागत समारोह भी नहीं हो सका। श्री रावल नृसिंह मंदिर पहंुचने के बाद सीधे अपने विश्राम कक्ष में पंहुचे। यहाॅ उनसे मिलने की भी किसी को इजाजत नहीं है। गत वर्षांे तक सेना की वैण्ड धुन व बाजे-गाजे के साथ श्री रावल का स्वागत किया जाता था। लेकिन कोरोना महामारी ने इस बार ऐसा कुछ भी नहीं होने दिया। बदरीनाथ के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंद्र उनियाल, मंदिर अभिंयता विपिन तिवारी व नृसिंह मंदिर प्रभारी संदीप कपरूवाण ने श्री श्री रावल की आगवानी की।
चार दिवसीय जोशीमठ प्रवास के बाद मुख्य पुजारी श्री रावल 13 मई को आद्यजगदगुरू शंकराचार्य की गददी के साथ पांडुकेश्वर के लिए प्रस्थान करेगे। अगले दिवस 14मई को पंाडुकेश्वर से उद्धव व कुबेर की डोलियों के साथ श्री रावल प्रस्थान करेंगे और सायं को बदरीनाथ धाम पहंुचेंगे। 15 मई को तय मुहुर्त पर ब्रहमबेला में भगवान नारायण के कपाट खुलेंगे।