फोटो-1- सतोपंथ में साइकिल के साथ सोमेश पंवार।
02- सतोपंथ साइकिल यात्रा के दौरान ग्लेशियर प्वाइंट से निकलता सोमेश ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। सोमेश पवांर ने रचा इतिहास। साइकिल से सतोपंथ की यात्रा पूरी की। दुर्गम रास्ते व 25 किमी0 की खडी चढाई पार कर साइिकिल से सतोपंथ पंहुचने वाले पहले साहसिक युवक हैं सोमेश।
पांडुेकश्वर-बदरीनाथ निवासी सोमेश पंवार ने माणा से सतोपंथ की साइकिल यात्रा का शुभारंभ 28जून को किया था और चार दिन मे विना सडक व दुर्गम रास्तो व ग्लेशियरों को पार करते हुए करीब पचास किमी की यात्रा पूरी कर सोमेश बृहस्पतिबार को श्री बदरीनाथ धाम पंहुचे। सोमेश 28जून को यात्रा की शुरूवात कर पहले दिन 10किमी की चढाई पार कर लक्ष्मी वन पंहुचे, अगले दिन फिर दस किमी0की कठिन व दुर्गम पहाडियो से साइकिल यात्रा को चक्रतीर्थ पंहुचे और तीसरे दिवस 30जून सतोपंथ पंहुच गए। बदरीनाथ लौटने पर सोमेश ने बताया कि यह साइकिल यात्रा अपने आप मे अनूठी थी, माणा से आगे सतोपंथ के लिए विना सडक मार्ग के साइकिल से यात्रा की। बहुत ही दुर्गम व कठिन चढाई पार कर सतोपंथ पंहुचें। सतोपंथ के इस साहसिक अभियान मे उनके साथ कुछ और युवा साथी भी थे ,जिन्होने पूरे मार्ग पर हौसला बढाया। और सतोपंथ अभियान का संकल्प भगवान बदरीविशाल की कृपा से पूरा हुआ। सोमेश बताते है कि इस बेहद कठिन साइकिल यात्रा मे उनके साथ मौजूद ऋतिक पंवार, निश्चय मेहत्ता,केशव खत्री, प्रसन्न मेहत्ता, सूरज मेहत्ता, व काना चैहान ने उनका काफी उत्साह बर्धन किया।
बताते चलें कि सोमेश इससे पूर्व देश के अन्तिम गाॅैव माणा से कन्याकुमारी तक 4035 किमी0 की साइकिल यात्रा 46 दिन मे पूरी कर चुंके है। इसके अलावा सोमश ने गत वर्ष पंच बदरी के मंन्दिरो तक भी साइकिल से पंहुचकर कीर्तिमान हासिल किया है। सोमेश की इस साइकिल यात्रा की मुख्य थीम नशा मुक्त भारत था। देशभर की यात्रा के दौरान भी उन्होेने युवावो को नशे की प्रवृति से दूर रहने का आवहान किया।
श्री बदरीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चंन्द्र उनियाल ने सोमेश की सफल व एतिहासिक सतोपंथ साइकिल यात्रा पूरी करने पर उन्है बधाई देते हुए कहा कि सोमेश जैसा साहसिक युवन ने केवल पैनखंण्डा जोशीमठ बल्कि चमोली व उत्तराख्ंाड का भी नाम रोशन कर रहा है। सतोपंथ जहाॅ आसानी से पैदल पंहुचना ही मुश्किल होता है वहाॅ साइकिल चलाकर पंहुचना किसी कीर्तिमान से कम नही है। आचार्य उनियाल ने भगवान बदरीविशाल से सोमेश के उज्जवल भविष्य की कामना की।