डोईवाला (प्रियांशु सक्सेना)। मानसून तैयारियों की समीक्षा के लिए पुलिस महानिरीक्षक एसडीआरएफ अरुण मोहन जोशी ने सोमवार को एसडीआरएफ वाहिनी मुख्यालय, जॉलीग्रांट का औचक निरीक्षण किया गया। इसके अलावा उन्होंने सेनानायक अर्पण यदुवंशी सहित वाहिनी के वरिष्ठ अधिकारियों एवं कार्मिकों के साथ बैठक कर मानसून सत्र, आगामी कांवड़ यात्रा की तैयारियों तथा वर्तमान में जारी रेस्क्यू अभियानों की गहन समीक्षा की।
निरीक्षण के दौरान आईजी अरुण मोहन जोशी ने राज्यभर में एसडीआरएफ द्वारा किए जा रहे राहत एवं बचाव अभियानों की सराहना की गई। उन्होंने निर्देश दिए कि किसी भी आपातकालीन स्थिति में एसडीआरएफ टीमें न्यूनतम समय में घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य प्रारंभ करें तथा प्रत्येक ऑपरेशन के उपरांत टीमों से फीडबैक प्राप्त किया जाए और आवश्यकतानुसार उपकरणों की त्वरित आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
पुलिस महानिरीक्षक अरुण जोशी ने मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम को अत्याधुनिक संचार तकनीकों, रियल-टाइम मैपिंग एवं डेटा विश्लेषण प्रणाली से सुसज्जित करने के निर्देश दिए, ताकि किसी भी बड़े ऑपरेशन के दौरान यह यूनिट मुख्य गाइडिंग सेंटर के रूप में कार्य कर सके और सटीक एवं त्वरित निर्णय प्रक्रिया को संभव बना सके।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि एसडीआरएफ की प्रशिक्षण इकाई को केवल प्रशिक्षण गतिविधियों तक सीमित न रखा जाए, बल्कि उसे आपदा प्रबंधन एवं रेस्क्यू संचालन के दौरान टेक्निकल गाइड यूनिट के रूप में सक्रिय किया जाए।
इससे फील्ड में कार्यरत टीमों को तकनीकी, रणनीतिक एवं तात्कालिक निर्णयों में विशेषज्ञ सहयोग प्राप्त होगा, जिससे अभियान अधिक संगठित, सुरक्षित और प्रभावी सिद्ध हो सकें। बैठक के दौरान सेनानायक अर्पण यदुवंशी, उपसेनानायक शुभांक रतूड़ी, सहायक सेनानायक शांतनु पराशर, सुशील रावत, निरीक्षक प्रमोद रावत आदि थे।
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हाल ही में रुद्रप्रयाग जिले के घोलतीर में हुई बस दुर्घटना तथा उत्तरकाशी के सिलाई बैंड में बादल फटने की घटनाओं के संदर्भ में उन्होंने निर्देशित किया कि एसडीआरएफ द्वारा किए गए त्वरित खोज एवं बचाव कार्यों के पर्यवेक्षण हेतु राजपत्रित अधिकारियों को मौके पर भेजा जाए, जिससे संचालन की प्रभावशीलता में और वृद्धि हो सके।
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‘हर नागरिक की सुरक्षा के लिए तत्पर है एसडीआरएफ’
सोमवार को पुलिस महानिरीक्षक अरुण जोशी ने एसडीआरएफ सहस्त्रधारा पोस्ट का निरीक्षण किया। उन्होंने टीम की तैयारियों की समीक्षा करते हुए इसे राजधानी क्षेत्र में त्वरित आपदा प्रतिक्रिया हेतु सशक्त बनाए जाने के निर्देश दिए। महानिरीक्षक जोशी ने कहा कि एसडीआरएफ उत्तराखंड, प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा हेतु हर परिस्थिति में सतर्क एवं तत्पर है। उन्होंने यह भी आश्वस्त किया कि कठिन भौगोलिक परिस्थितियों में कार्य करने वाली एसडीआरएफ टीमों को हरसंभव उन्नत संसाधन, तकनीकी सहायता एवं प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाएगा, जिससे किसी भी आपदा या आपात स्थिति में तेज़, सटीक और समन्वित प्रतिक्रिया सुनिश्चित की जा सके।