देहरादून 24 अक्टूबर, 2025. दून पुस्तकालय एवं शोध केन्द्र तथा संगीतांजलि की ओर से आज सायं केन्द्र के सभागार में *स्वर-संध्या* का शानदार आयोजन किया गया. श्रोताओं ने इसमें कलाकार ऋत्विज पंत के शास्त्रीय गायन के विविध रंग – सुरों का आनंद लिया. इसमें मुख्य रूप से सुप्रसिद्ध कलाकार प्रदीप्त डे ने तबले पर जोरदार संगत की. कार्यक्रम के दौरान गायक के तौर पर आदित्य पंत श्याम भार्गव व ईशान धामी ने साथ दिया और अन्य कलाकार विभूषित सिंह ने तबले पर व धर्मेन्द्र मिश्रा ने सारंगी पर बेहतरीन प्रस्तुति दी.
दून लाइब्रेरी के सभागार में इस संगीत सन्ध्या में श्रोता गणों ने आदित्य पंत से गणेश वंदना, सरस्वती वंदना, भजन का आंनद लिया,ईशान धामी ने दादरा प्रस्तुत किया वहीं गायक श्याम भार्गव से रामा रामा रटते रटते और ठुमरी में यमुना किनारे मेरा गाँव सुनाया,
मुख्य गायक ऋत्विज पंत से उपस्थित श्रोताओं से राग मालकौंस, मध्यालय और तराना में भैरवी और ठुमरी में भजन का आनंद लिया. इस कार्यक्रम का संचालन डॉ. वी.के. डोभाल द्वारा किया गया और कलाक़ारों का परिचय भी दिया गया.
संगीतांजली सोसाइटी का परिचय देते हुए वी के डोभाल ने कहा कि इस तरह के संगीत कार्यक्रम समाज के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं। यह सराहनीय पहल है कि दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र देहरादून शहर में संगीत के इस तरह के स्तरीय कार्यक्रमों को निरन्तर बढ़ावा दे रहा है. स्वरांजलि के अध्यक्ष सुनीत अग्रवाल ने भी कलाकारों और श्रोताओं का धन्यवाद दिया.
कार्यक्रम के प्रारम्भ में चन्द्रशेखर तिवारी ने कलाकारों और श्रोता गणों का स्वागत करते हुए अभिनंदन किया. केन्द्र के अध्यक्ष प्रो.बी. के. जोशी ने अपने सम्बोधन में शास्त्रीय संगीत के जीवन में महत्व व उपयोगिता को बताया.
कार्यक्रम के दौरान संगीतांजलि के विविध पदाधिकारी, गणमान्य जन एवं कई संगीत प्रेमी उपस्थित रहे. सुनीत अग्रवाल, ज्ञान गुप्ता, आलोक सरीन, डॉ. पंकज नैथानी, अरुण असफल जागृति डोभाल, बद्रीश छाबड़ा, डी.पी. जुयाल, सुंदर सिंह बिष्ट सहित शहर के अनेक संगीत रसिक व अन्य लोग उपस्थित रहे।












