फोटो– विश्वविख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली मे हुए ताजे हिमपात का दृष्य ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ व औली में हिमपात के साथ निचले इलाकों में बारिश से ठंड बढी।
मौसम के बदलते मिजाज ने पूरे सीमावर्ती क्षेत्र मे कडाके की ंठड शुरू कर दी है। औली मे हुए ताजे हिमपात ने पर्यटन ब्यवसायियों की चेहरो की रौनक लौटा दी है। जोशीमठ व औली मे 25दिसबंर से जनवरी प्रथम सप्ताह तक की फुल बुकिंग हो चुकी है।
सुबह से मौसम ने मिजाज बदलना शुरू किया और दोपहर आते-आते उच्च हिमालयी क्षेत्र मे बर्फबारी शुरू हो गई। ऊॅचाई वाले क्षेत्रों मे हिमपात के बाद निचले इलाको मे वारीश के बाद पूरे सीमांत क्षेत्र मे कडाके की ठंड शुरू हो गई है।
बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलो की घाटी, गौरसों व औली सहित पूरे नीती-माणा घाटियों मे बर्फबारी होने के समाचार मिले है। गौरसों बुग्याल के साथ ही औली मे रोप-वे के दस नंबर टावर से जीएमवीएन कैपस तक बर्फबारी हुई है। हाॅलाकि अभी बर्फ पर्याप्त जम नही सकी थी। लेकिन मौसम का यही मिजाज रहा तो देर रात्रि तक औली के बर्फ से लकदक होने के आसार बने हुए है।
औली मे दिसबंर माह की शुरूवात मे ही बर्फबारी होने के साथ मौसम विभाग द्वारा आगामी दस दिसबंर से पुन मौसम मे बदलाव के पुर्वानुमान के बाद पर्यटन ब्यवसायियों के भी चेहरे खिलने लगे है। जीएमवीएन औली कैंपस के बरिष्ठ प्रबंधक नीरज उनियाल के अनुसार औली मे आगामी 25दिसबंर से जनवरी प्रथम सप्ताह तक फुल बुकिंग हो चुकी हैं। और 31दिसबंर के लिए बुकिंग के कई फोन भी आ रहे है लेकिन कमरो की उपलब्धता नही होने के कारण पर्यटको को मायूस भी होना पड रहा है।
इधर औली के साथ जोशीमठ के प्राइवेट होटलों मे भी 31दिसबंर के लिए भारी बुकिंग हुई है। पर्यटको मे औली के प्रति बढते रूझान को देखते हुए पर्यटन ब्यवसायी औली व जोशीमठ के पर्यटन भविष्य के लिए सुखद संदेश मान रहे है।