फोटो– बर्फ की मोटी परत से ढका हुआ बदरीनाथ मंदिर के ंिसहंद्वार का पिछला हिस्सा ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ में जोरदार हिमपात के बाद करीब दस फीट तक बर्फ की मोटी परत जम चुकी है। मंदिर के सिंहद्वार का पिछला हिस्सा पूरी तरह बर्फ से ढक गया है। औली सहित निचले इलाकों में मूसलाधार बारिश के कारण कडाके की ठंड पड़ने लगी है। मूसलाधार बारिश ने औली की स्लोप से बर्फ की ऊपरी परत धो डाली है।
दो दिनो से बर्फबारी व मूसलाधार वारीश के कारण पूरे सीमावर्ती क्षेत्र मे पौष मास की हाड कंपाने वाली ठंड शुरू हो गई है। कडाके की ठंड के कारण लोग घरो मे दुबके है। स्कूलो मे भी भारी वर्षा को देखते हुए समय से पहले ही छुटटी कर दी गई ताकि नौनिहाल समय पर अपने घरो को पंहुच सके।
बदरीनाथ मे विगत दो दिनो से लगातार हो रहे हिमपात के बाद अब तक करीब दस फीट से अधिक बर्फ जम चुकी है। बदरीनाथ मंदिर के सिंहद्वार का पिछला हिस्सा पूरी तरह बर्फ से पट गया है। लेकिन प्रकृति का नायाब नमूना औली मे देखने का मिला।
विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली जिसकी खूबसूरत स्कीइंग ढलानो मे आठ फीट तक बर्फ की मोटी परत जम चुकी थी। लेकिन औली मे अचानक बर्फबारी के बजाय मूसलाधार वारीश शुरू हुई और इस वारीश तथा आले के फुआरों ने आठ नंबर टावर से नीचे निगम कैपंस तक की बर्फ ही पिघला दी। औली के आस-पास के जंगलो के पेडो मे जो बर्फ थी वो भी वारीश ने धो डाली। निगम के स्कीइंग प्रशिक्षक प्रदीप मंद्रवाल के अनुसार आठ नंबर टावर के नीचे जीएमवीएन कैपंस तक की बर्फ की एक लेयर वारीश की भेंट चढ चुकी है। और लगातार मूसलधार वारीश जारी है।
प्रकृति का यह नायाब नमूना ही सामने देखने का मिला जहाॅ औली की ऊॅचाई वाले बदरीनाथ मे बर्फबारी हो रही है वही औली मे मूसलाधार वारीश। औली मे वारीश का यही क्रम रहा तो कही नेशनल गेम्स से पहले औली की स्लोप से बर्फ गायब ही न हो जाय! ।
बहरहाल औली व निचले इलाको मे मूसलाधार वारीश के बीच औली मे 26फरवरी से आयोजित होने वाले नेशनल गेम्स की तैयारियाॅ जोरो पर है। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दिलीप जावलकर ने जीएमवीएन के प्रबध्ंा निदेशक को पत्र लिखकर जीएमवीएन को नोडल एजेंसी नामित करते हुए औली मे आगामी 26फरवरी से आयेाजित होने वाले नेशनल अल्पाइन स्की एंव स्नोबोर्ड प्रतियोगिता के लिए सभी तैयारियाॅ समय से पूर्व सुनिश्चित करने की अपेक्षा की है।