फोटो– बदरीनाथ विधायक महेन्द्र भटट।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट ने स्पष्ट किया जोशीमठ के रविग्राम में हर हाल मे स्टेडियम का ही निर्माण होगा। लेकिन उसमे हेलीकाफ्टर उतरने की अनुमति भी होगी।
सीमान्त क्षेत्र जोशीमठ के ब्लाक व तहसील मुख्यालय जोशीमठ मे वर्षो से एक अदद खेल मैदान की मांग की जाती रही है। जोशीमठ की जनभावनाओ को समझते हुए दो-दो पूर्व मुख्यमंत्रियों द्वारा जोशीमठ के रविग्राम मे स्टेडियम निर्माण की घोषणा की गई। और पूर्व वर्ती हरीश रावत सरकार द्वारा इसी स्थान मे खेल मैदान के विकास के लिए 15लाख की धनराशि भी अवमुक्त की गई। जो ब्यय भी की गई। बाद के वर्षो मे जब उक्त भूमि क हस्तान्तरण पिटकुल से खेल विभाग को नही हुआ तो आंशका बलवती हुई कि कहीं भविष्य मे इस पर पिटकुल अपना कार्य शुरू ना कर दे। इस आंशका के बाद स्थनीय जनप्रतिनिधियों ने पूरे मामले को क्षेत्रीय विधायक महेन्द्र भटट के संज्ञान मे लाया गया। और तब निर्वतमान मुख्य मंत्री त्रिवेन्द्र रावत के जोशीमठ भ्रमण के दौरान भी रविग्राम मे स्टेडियम निर्माण की घोषणा की गई।
लेकिन इस घोषणा के बाद जब चमोली की जिलाधिकारी ने जोशीमठ की उपजिलाधिकारी को एक पत्र भेजकर रविग्राम मे स्थित पिटकुल की भूमि को नागरिक उडडयन विभाग के नाम दर्जकागजात करते हुए पिटकुल को किसी अन्य स्थान पर भूमि आवंटित किए जाने का ओदश दिया। और उक्त पत्र सार्वजनिक होने के बाद वर्षो से स्टेडियम की आश लगाए जनमानस मे आक्रोष होना स्वाभाविक ही था। लोगो की आंशका थी कि यदि उक्त भूमि पर उडडयन विभाग हेलीपेड का निर्माण करता है तो तब स्टेडियम से सबंधित गतिविधियाॅ नही हो सकेगी। और नागरिक उडडयन विभाग अपने डिजायन के अनुसार निर्माण कराते हुए आवाजाही भी प्रतिबन्धित करेगा।
सीामांन्तवासियांे की इस आंशका पर विराम लगाते हुए बदरीनाथ के विधायक महेन्द्र भटट ने स्पष्ट किया कि रविगा्रम मे स्टेडियम का ही निर्माण होगा। लेकिन इस स्टेडियम मे गोपेश्वर की तर्ज पर हेलीकाफ्टर उतरने की अनुमति होगी। उन्होने यह भी कहा कि इस स्टेडियम मे ख्ेाल विभाग व नागरिक उडडयन विभाग दोनो की धनराशि ब्यय होगी। लेकिन इसका उपयोग स्टेडियम के रूप मे ही होगा। विघायक श्री भटट ने बताया कि उपरोक्त संबन्ध मे मुख्यमंत्री से भी विस्तार से वार्ता हो चुकी है। उन्होने बताया कि अन्य स्थानो पर बनने वाले स्टेडियम /हेलीपेड को भी इसी तर्ज पर बनाया जा रहा है। जिला मुख्यालय गोपेश्वर के स्टेडियम मे भी हेलीकाफ्टर भी उतरने की अनुमति है और खेल गतिविधियाॅ भी संचालित होती है।