हरिद्वार के प्रेमनगर आश्रम में दिनांक 5 से 7 सितंबर तक आयोजित की जा रही तीन दिवसीय राज्य स्तरीय कबड्डी रैफरी कोर्स के आज दूसरे दिन प्रतिभागियों को गहन प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण के उपरांत लिखित एवं फील्ड परीक्षा में उत्तीर्ण होने वाले प्रतिभागियों को रैफरीशिप का प्रमाण-पत्र प्रदान किया जाएगा।
मुख्य अतिथि हरिद्वार के जिलाधिकारी मयुर दीक्षित ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड में कि हाल ही में राष्ट्रीय खेलों के सफल आयोजन ने खेल के क्षेत्र में उत्तराखंड की छवि को और अधिक मजबूत किया है। उन्होंने उत्तराखंड कबड्डी संघ द्वारा आयोजित इस प्रशिक्षण शिविर की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसी भी खेल में रेफरी की भूमिका बेहद महत्वपूर्ण होती है और बदलते नियमों और तकनीकों के चलते उन्हें स्वयं को हमेशा अपडेट रखना चाहिए।
हरिद्वार तथा देहरादून के जिला युवा कल्याण अधिकारी प्रमोद चंद्र पांडे ने प्रतिभागियों को शुभकामनाएं देते हुए उन्हें सफल रैफरी बनने के गुर सिखाए।
इस अवसर पर कबड्डी संघ की आफिशियल टी-शर्ट का अनावरण भी किया गया।
शिविर में 13 जनपदों के लगभग 65 प्रतिभागी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। शिविर में तेलंगाना से आए भारतीय कबड्डी संघ के पूर्व महासचिव एवं कबड्डी नियमों के प्रख्यात ज्ञाता एवं तकनीकी निदेशक के. जगदीश्वर यादव तथा बिहार से आए अंतरराष्ट्रीय रैफरी राणा रंजीत सिंह के मार्गदर्शन में उत्तराखंड कबड्डी संघ के मनोज नेगी, सतीश बलूनी, दिनेश कैंतुरा, प्रवीन चौहान, किशन डोभाल, रंजना शर्मा, आदेश डबराल आदि के सहयोग से प्रशिक्षण प्रदान किया गया।
इस अवसर पर उत्तराखंड कबड्डी संघ के अध्यक्ष महेश जोशी, सचिव चेतन जोशी ने बताया कि इस तरह के प्रशिक्षण शिविर समय समय पर आयोजित किए जाते रहते हैं तथा इनसे कबड्डी के विकास में महत्वपूर्ण सहयोग मिलता है। के साथ ही नरेंद्र सिंह रौथाण, ललित सामंत, आशीष कुमार, रणवीर सिंह तोमर, जयदेव रावत, नागेन्द्र सिंह, शालु तोमर आदि उपस्थित रहे।
कल प्रशिक्षण शिविर का समापन किया जाएगा।