प्रकाश कपरूवान।
जोशीमठ। उत्तराखंड के सीमान्त जनपद चमोली के पैनखंडा जोशीमठ निवासी संस्कृत के अग्रणी विद्धान सुधाकर उनियाल को अखिल भारतीय सारस्वत परिषद द्वारा नई दिल्ली में एक भब्य समारोह में सम्मानित किया गया।
अखिल भारतीय सारस्वत परिषद द्वारा प्रतिवर्ष भारत भूमि में समुत्पन्न दिब्य मनीषा, धर्म.संस्कृति, ज्ञान.विज्ञान, त्याग, सेवा व समर्पण आदि श्रेष्ठ परंपरा के संवाहक राष्ट्र के सपूतों को प्रतिवर्ष सम्मानित किया जाता है। इस वर्ष विभिन्न क्षेत्रों में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले देशभर के 25 विद्वानों को इस सम्मान से सम्मानित किया गया, उत्तराखंड से सुधाकर उनियाल का चयन हुआ था।
शनिवार को नई दिल्ली के श्यामा प्रसाद मुखर्जी कालेज में आयोजित एक समारोह में सुधाकर उनियाल को यह यह सम्मान परिषद के राष्ट्रीय संयोजक विवेकानंद तिवारी, सांसद आलोक सुमन व गौ सेवा अध्यक्ष अजीत महापात्रा ने दिया।
गौरतलब है कि सुधाकर उनियाल जनपद चमोली के सीमान्त नगर जोशीमठ के निवासी हैं और विश्व के सर्व श्रेष्ठ धाम श्री बद्रीनाथ धाम के धर्माधिकारी आचार्य भुवन चन्द्र उनियाल के सुपुत्र हैं।सुधाकर वनारस हिंदू विश्वविद्यालय से धर्मशास्त्र के टॉपर रहे हैं।
श्री सुधाकर उनियाल को अखिल भारतीय स्तर के सम्मान से नवाजे जाने पर गढ़वाल सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, बद्रीनाथ के विधायक महेन्द्र भट्ट, दर्जा प्राप्त राज्य मंत्री रामकृष्ण सिंह रावत, बहुगुणा विचार मंच के संयोजक एडवोकेट हरीश पुजारी, देवस्थानम बोर्ड के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी बी डी सिंह, जिला पंचायत चमोली की अध्यक्ष रजनी भण्डारी, जोशीमठ नगर पालिका अध्यक्ष शैलेन्द्र पंवार, ब्लॉक प्रमुख हरीश परमार, सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कालेज के प्रधानाचार्य शम्भू प्रसाद चमोला, विश्व हिंदू परिषद के विभाग संयोजक देवी प्रसाद देवली तथा देव पूजाई समिति जोशीमठ के समस्त पदाधिकारियों ने हर्ष ब्यक्त किया है।