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01- सुरंग से पंपों के द्वारा निकलता पानी ।
02-सुरंग के अन्दर पंपांे को फिट करते हुए।
03-सुरंग में मलबा निकालने गई जेसीबी मशीन।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। तपोवन सुंरग में पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा। त्रासदी के 21वें दिन भी चार पंपांे से पानी को सुरंग से बाहर निकालने का काम जारी है। चारों पंपांे से करीब 20 इंच पानी बाहर निकल रहा है। उधर मारवाड़ी के पास एक शव मिला।
ऋषि गंगा त्रासदी के बाद एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन 520 मेगावाट जल विद्युत परियोजना की तपोवन टनल में फॅसे लोगांे जिनकी बचने की अब उम्मीद नहीं है, को निकालने मंे दलदल व पानी आडे आ रहा है। 21वें दिन भी अभी तक उन 35 लोगों तक नहीं पंहुचा जा सका जो आपदा के दिन सुरंग के अन्दर कार्य कर रहे थे। इस टनल मे जैसे-जैसे आगे बढा जा रहा है पानी की मात्रा भी उसी अनुपात मे बढ रही है। पहले एक या दो पंपों से पानी बाहर निकाला जा रहा था। अब चार पंपों के माध्यम से निंरतर पानी को सुरंग से बाहर निकाला जा रहा है। इन चार पंपो से करीब 20इंच पानी बाहर निकल रहा है, बावजूद इसके सुरंग में पानी कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
बीती रात्रि व सुबह हुई बारिश के बाद तो पानी की मात्रा कुछ ज्यादा ही देखी गई। टी-प्वाइंट के करीब तो शनिवार को अलग-अलग स्थानों से 20इंच व 16इंच पानी निकल रहा है। इसके अलावा मलबा भी काफी तादाद में है। सुरंग के अन्दर फॅसे करीब 35 लोगों के अब बचने की संभावना नगण्य ही है। इसको देखते हुए एनडीआरएफ व एसडीआरएफ के राहत कर्मियों की संख्या भी सीमित कर दी गई है। एनटीपीसी व सहयोगी कंपनियों की मशीनंे व डंपर टनल से मलबा हटाने के उपक्रम में जुटे हंै।
इस शुक्रवार देर सांय को जोशीमठ के निचले क्षेत्र विष्णु-प्रयाग मारवाडी से एक शव बरामद किया है। आपदा में लापता 206 लोगांे में अब तक 72 शव व 30 मानव अंग बरामद किए जा चुके हैं, जबकि 132लोग अभी भी लापता हैं। सात फरवरी की घटना के बाद से अब तक मिले 72 शवों में से 41 की शिनाख्त की जा चुकी है।












