फोटो– अंर्तराष्ट्रीय स्कीयर्स विवेक पंवार ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बर्फ मे विचरण के लिए टैक्स वसूली के फरमान का औली में जोरदार विरोध शुरू हो गया है। पर्यटकों व स्थानीय युवाओं ने जर्बदस्त विरोध कर निगम कर्मियों को टैक्स वसूली से रोका। सीएम को ज्ञापन भेजकर शुल्क वसूली के आदेश को निरस्त कराने की मांग की ।
विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली के स्कीइंग स्लोप पर विचरण करने के इच्छुक पर्यटको व स्थानीय लोगो से शुल्क लिए जाने के फरमान के बाद औली की शीतवादियों मे गर्माहट ला दी है। बृहस्पतिबार को एडवेंचर एशोसिएशन जोशीमठ के पदाधिकारियों ने स्कीइंग स्लोप पर पंहुचकर निगम कर्मियों को शुल्क वसूली किए जाने से रोका। पर्यटको ने भी बर्फ मे घूमने का टैक्स लिए जाने पर अपना विरोध जताते हुए शुल्क नही दिया।
दरसअल शासन के पर्यटन महकमे ने जीएमवीएन को निर्देशित करते हुए कहा था कि औली मे स्कीइंग स्लोप पर जाने वाले पर्यटको से पाॅच सौ रूपया व स्थानीय लोगो से दो सौ रूपया शुल्क लिए जाने का आदेश जारी किया था। आदेश के औली पंहुचने पर निगम कर्मी भी स्वय को असहज महसूस करने लगे थे। लेकिन उच्चाधिकारियों के आदेश का अनुपालन करने जैसे ही निगम कर्मी स्लोप के पास शुल्क वसूली के लिए पंहुचे तो न केवल स्थानीय लोगो ने ब्लकि पर्यटको ने भी इस तुगलगी फरमान का जोरदार विरोध कर डाला। स्थानीय लोगो व पर्यटको का विरोध बढता देख निगम कर्मियों ने स्लोप से भागना ही उचित समझा।
एडवेचरं एशोसिएशन जोशीमठ के अध्यक्ष प्रख्यात स्कीयर्स विवेक पवंार ने कहा कि पर्यटन विभाग को यह बहुत गैर जिम्मेदाराना फरमान है। इससे कतई नही लग रहा है कि राज्य का पर्यटन महकमा राज्य मे पर्यटन को बढावा देना चाहता है।। इस प्रकार के फरमान से तो उभरते शीतकालीन क्रीडा केन्द्र की पर्यटन गतिविधियों पर दुष्प्रभाव पडना निश्चित है।
स्कीइंग के क्षेत्र मे कई देशो मे भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके विवेक पवांर ने कहा कि स्कीइंग के लिए विश्व के दस से बारह देशो मे जा चुके है। लेकिन किसी भी देश मे बर्फ मे विचरण करने का टैक्स नही लिया जाता। लेकिन यदि शीतकालीन पर्यटन को समाप्त करने की साजिश के तहत इस प्रकार का टैक्स लिया जाऐगा तो इसका पुरजोर विरोध किया जाऐगा। कहा कि शुक्रवार को एडवेंचर एशोसएिशन के साथ होटल एशोसिएश व एडवेचर से जुडी अन्य संस्थाओ के साथ औली पंहुचकर विरोध करेगे।
इधर पैनख्ंाडा संधर्ष समिति ने के अध्यक्ष एडवोकेट रमेश च्रद सती ने पर्यटन महकमे द्वारा शुल्क लिए जाने के फरमान को तत्काल वापस लिए जाने की मांग को लेकर एसडीएम के माध्यम से मुख्य मंत्री को ज्ञापन भेजा ।