प्रकाश कपरूवाण
चमोली। त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों को लेकर सभी पीठासीन अधिकारी एवं प्रथम मतदान अधिकारियों का पहला प्रशिक्षण संपन्न हुआ। जिला मजिस्ट्रेट जिला निर्वाचन अधिकारी स्वाति एस भदौरिया एवं उप जिला निर्वाचन हंसादत्त पांडे की देखरेख में मतदान कार्मिकों को मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। जिले में 653 मतदेय स्थलों पर चुनाव संपन्न कराने के लिए रिजर्व सहित 720 पीठासीन अधिकारी एवं इतने ही प्रथम अधिकारी नियुक्त किए गए हैं। पहले चरण में चुनाव के लिए नियुक्त मतदान कार्मिकों को दूसरा प्रशिक्षण अब 30 सितंबर को दिया जाएगा।
जिला निर्वाचन अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने सभी पीठासीन एवं प्रथम मतदान अधिकारियों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की प्रक्रिया को भंली भांति समझने, राज्य निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों पूरी तरह से पालन सुनिश्चित करने तथा मतदान के दौरान टीम भावन के साथ त्रुटिरहित कार्य पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मतदान के दिन पीठासीन अधिकारी की बहुत अहम भूमिका होती है। इसलिए प्रशिक्षण में दी जा रही जानकारी के अलावा सभी पीठासीन अधिकारी अपनी हस्तपुस्तिका का भी अच्छी तरह से अध्य्यन कर ले, ताकि निर्वाचन के दौरान कोई भी गल्लती न हो। जिला निर्वाचन अधिकारी ने सभी पीठासीन अधिकारियों को मतदान के दौरान अपने जोनल व सेक्टर मजिस्ट्रेट के संपर्क में रहते हुए पोलिंग स्टेशन पर पहुॅचने की सूचना, मतदेय स्थल की व्यवस्था, मतदान की हर दो घंटे में जानकारी देने तथा मतदान समाप्ति के बाद पूरी सावधानी के साथ मतपेटियों को अपने स्ट्रांग रूम में जमा कराने के भी निर्देश दिए। उन्होंने मतदान कार्मिकों को प्रशिक्षण के दौरान अपनी शंकाओं का भी अच्छी तरह से समाधान करने को कहा।
उप जिला निर्वाचन अधिकारी हंसादत्त पांडे ने मतदान कार्मिकों को निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान अपने आचारण को निष्पक्ष व पारदर्शी रखते हुए सौंपे गए दायित्वों का पूरी निष्ठा के साथ निर्वहन करने को कहा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के प्रभारी अधिकारी योगश धसमाना, सहायक नोडल अधिकारी एपी डिमरी व मनोज तिवारी, मास्टर प्रशिक्षक केसी पंत, खीम सिंह कण्डारी, दिगपाल रावत, प्रेम प्रकाश देवराडी व अनूप खण्डूडी ने पीठासीन अधिकारियों एवं प्रथम मतदान अधिकारियों को निर्वाचन कार्यो के संबध में पूरी जानकारी दी। कार्मिकों को त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में उपयोग होने वाले मतपत्रों, अन्य प्रपत्रों व दस्तावेजों, मतदेय स्थल की व्यवस्थाओं, सूचनाओं के आदान.प्रदान, वोटर पहचान संबधी दस्तावेजों आदि निर्वाचन कार्यो की विस्तार से जानकारी दी गई। इस दौरान कार्मिकों को मतपेटियों को खोलने एवं सील करने का व्यावहारिक प्रशिक्षण भी दिया गया और उनकी शंकाओं का समाधान किया गया।