फोटो- कार्यशाला में मौजूद वन पंचायत सरपंच।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। वन पंचायत सरपंचों व सदस्यों का एक दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया गया।
यहाॅ उर्गम घाटी में क्षेत्र के वन पंचायत सरपंचों व सदस्यों को जलवायु अनुकूल प्रशिक्षण दिया गया। हिमाद संस्था द्वारा एक्सन रिसर्च कार्यक्रम के तहत हुई इस कार्यशाला में जलवायु परिवर्तन के साथ ही वन पंचायत नियमावली की भी जानकारी दी गई। वन पंचायत सरपंच संगठन के पूर्व जिला सचिव बहादुर सिंह रावत द्वारा वन पंचायत सरपंचो को अनके जानकारियाॅ दी गई। उन्होने कहा कि राज्य गठन के बाद वन पचायतों को मजबूत बनाने के लिए संघर्ष किया गया। जिसके परिणाम स्वरूप वर्ष 2006 मे वनाधिकारी कानून तैयार हुआ, लेकिन आज तक भी इसे लागू नही किया गया। कहा कि वनाधिकार कानून का लागू करने के लिए एक और संघर्ष की आवश्यकता है।
उर्गम मे हुई एक दिवसीय कार्यशाला मे उर्गम के सरपंच भगवती प्रसाद सेमवाल, देवग्राम के नीरज ंिसह मेहर, भर्की के सुरेन्द्र सिंह नेगी, ल्यारी-थैंणा क प्रकाश पंवार, पल्ला की सरपंच उमा देवी झिक्वांण क अलावा चन्द्र मोहन सिंह, दिनेश्वरी देवी सहित अनेक वन पचंायतों के सदस्यगण मौजूद रहे।












