देहरादून। दून विश्वविद्यालय में बीते 30 जून को गैर शैक्षणिक पदों के लिए निकाली गई विज्ञप्ति को लेकर वहां से जुड़े युवाओं में खासी नाराजगी है। एक ओर उपनल से जुड़े युवाओं का आरोप है कि वे वर्षों से वहां सेवा दे रहे हैं, सरकार चाहती तो उन्हें योग्यतानुसार इन पदों पर सीधे तैनाती दी जा सकती थी। वहीं अनेक पदों पर विश्वविद्यालय द्वारा योग्यता में परिवर्तन करने को युवा बेरोजगार साजिश करार दे रहे हैं।
युवाओं का आरोप है कि विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा वर्ष 2016 में निकाली गई इस विज्ञप्ति में अनावश्यक फेरबदल किया है। कर्जन रोड 10 के शिवराज सिंह ने प्रमुख सचिव को भेजे पत्र में अरोप लगाया कि तकनीकी अधिकारी की योग्यता अगस्त 2016 की नियमावली में रसायन विज्ञान में पीएचडी व साक्षात्कार से चयन रखा था, लेकिन केवल इस पद पर संशोधन करते हुए अब इसमें किसी भी प्रायोगिक विषय को मान्य करते हुए 100 अंकांे का प्रश्नपत्र रखवा दिया गया है। साथ ही 3 वर्ष का अनुभव भी मांगा गया है। उन्होंनंे कहा कि वर्षों से इस विश्वविद्यालय में अपनी सेवाएं दे रहे युवाओं को इस विज्ञप्ति से कोई उम्मीद नहीं है। उन्होंने शासन से इसे पूर्ववत् रखने की मांग की है।