विश्वविख्यात साहित्यिक समारोह ष्इंटरनेशनल पोएट्री फेस्टिवल सोलिमन गवर्णोराते ऑफ नैबुल ट्यूनीसिया अफ्रीका में आयोजित में होने जा रहा है। यह आयोजन वर्ल्ड पोएट्री डे पर आयोजित होने जा रहा है। यह साहित्यिक आयोजन इंटरनेशनल फेस्टिवल ऑफ कल्चरल सलोन, क्रिएटिव इंसाइट्स द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
इस समारोह में विश्व के अनेक देशों से साहित्यिक हस्तियों को आमंत्रित किया गया है। अनेक देशों के कलमकार इस समारोह में हिस्सा ले रहे हैं। लेखक और गीतकार विकाश सक्सेना को भी इस स्मररोह में फेस्टिवल गेस्ट के रूप में आमंत्रित किया गया है। देश के हिंदी साहित्य को अंग्रेज़ी रूपान्तरण के साथ अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत करना किसी उपलब्धि से कम नहीं है। विकाश की इस उपलब्धि पर परिवार में खुशी का माहौल है। विकाश के पिता राजेश कुमार सक्सेना और माता रेखा सक्सेना और मित्रों ने विकाश को अंतरास्ट्रीय स्तर पर ष्फेस्टिवल गेस्ट के रूप में आमंत्रित किये जाने पर खुशी जाहिर की है। विकाश साहित्य को समर्पित मासिक ई.पत्रिका दि लिटररी मिरर में सीनियर एडिटर भी हैं। विकाश बताते है कि जीवन में विषम परिस्थितियों में भी कलम को कभी रुकने नहीं दिया। माता.पिता के आशीर्वाद से सीखता रहा और लगातार बढ़ता रहा। इसी का सफल परिणाम है कि जिस रूप में हूँ आप सभी के समक्ष हूँ।
उपलब्धियाँ
वर्ष 2016 में ’राष्ट्रीय स्तर’ पर ’पद्मश्री सुरेंद्र शर्मा’ द्वारा ’युवा साहित्य समीक्षक’ के रूप में सम्मानित।
’महिला एवं बाल विकास मंत्रालय’ की मासिक पत्रिका ’ष्समाज कल्याण पत्रिकाष्’ में भी आलेख प्रकाशित।
अंतराष्ट्रीय स्तर पर लंदन और अफ्रीकन देश नाइजीरिया में आलेख प्रकाशित।
वर्ष 2019 में ’पद्मश्री कुंवर बेचैन’ द्वारा ’आईआईटी रुड़की’ में साहित्य सेवा के लिए सम्मानित हुए।