प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। बदरीनाथ मंदिर परिसर मे अभी भी आठ से दस फीट बर्फ की मोटी परत जीम है। मंदिर समिति का पहला दल 14अप्रैल को बदरीनाथ पंहुचेगा। सीईओ ने कर्मचारियांे के दल के साथ बदरीनाथ पंहुचकर निरीक्षण किया।
बदरीनाथ धाम मे अब भी आठ से दस फीट तक बर्फ की मोटी चादर बिछी हुई है। बीते रोज बदरी-केदार मंदिर समिति के सीईओ बीडी सिंह ने अधिकारियांे व कर्मचारियों के एक दल के साथ बदरीनाथ पंहुचकर मंदिर परिसर, मंदिर गेस्ट हाउस व अन्य स्थलों का निरीक्षण किया। मंदिर परिसर व आस-पास काफी बर्फ जमी है। जिसे हटाने मे मंदिर समिति को खासी मशक्कत करनी होगी। श्री सिंह ने बताया कि कपाटोदघाटन से पूर्व मंदिर परिसर व अन्य मार्गो से बर्फ को हटा लिया जाऐगा।
बदरीनाथ से लौटकर मंदिर अभियंता विपिन तिवारी ने बताया कि सडक मार्ग अभी हनुमान चटटी व कंचन गंगा के बीच तक खुल सका हैे। लेकिन ग्लेशियर टूट कर सडक पर आने से बीआरओ को पुन मेहनत करनी पड रही है। कहा कि दले के सभी सदस्य हनुमान चटटी से आगे घुडसिल चटटान से पैदल बर्फ काटते हुए बदरीनाथ पंहुचे।
श्री तिवारी ने बताया कि मंदिर परिसर मे अभी आठ से दस फीट तक बर्फ जमी है। मुख्य कार्याधिकारी श्री सिंह व दल के सदस्यो ने मंदिर परिसर व मंदिर समिति के सभी गेस्ट हाउस का निरीक्षण किया। बर्फबारी से मंदिर समिति के गेस्ट हाउस को कोई नुकसान नही हुआ है। लेकिन बर्फ हटाने के लिए मजदूरो की संख्या बढाई जाऐगी।
मंदिर अभियंता ने बताया कि मंदिर समिति इस वर्ष भारी बर्फबारी को देखते हुए आगामी 14अप्रैल को पहले दल को भेजने का फैसला किया है। जिसमे मंदिर समिति के तकनीकी स्टाफ के अलावा मजूदर होगे। जो मंदिर परिसर, सिंहद्वार, तप्तकुंड मार्ग, ब्रहमकपाल मार्ग व गेस्ट हाउस तक के पंहुच मार्गोे से बर्फ हटाने का कार्य करेगे।
बदरीनाथ पंहुचे दल मे सीईओ बीडी सिंह, मंदिर अभियंता विपिन तिवारी के अलावा अतुल डिमरी, नारायण ंिसह व बीरेन्द्र सिह साथ थे।