रिपोर्ट-सत्यपाल नेगी/रुद्रप्रयाग
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अन्तर्गत जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रूद्रप्रयाग द्वारा जिला उद्योग केंद्र रूद्रप्रयाग के सहयोग से अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज तैला सिलगढ़, जखोली रूद्रप्रयाग में तीन दिवसीय व्यावसायिक शिक्षा विकास प्रशिक्षण कार्यशाला के समापन के अवसर पर बोलते हुए मुख्य विकास अधिकारी रूद्रप्रयाग नरेश कुमार ने कहा कि मुझे बच्चों के बीच आकर, उनका उत्साह देखकर बहुत अच्छा लग रहा है मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि हमें वही कार्य व्यवसाय के रूप में अपनाना चाहिए जिसको करते हुए हमें खुशी मिले। उन्होंने उपस्थित जन समुदाय का आवाह्न करते हुए कहा कि हमें स्थानीय उत्पादों, लोक कलाओं, खेल व खेल उपकरणों के निर्माण को व्यवसाय के रूप में बढ़ावा दिया जा सकता है।
इससे पूर्व मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने तीन दिनों तक बच्चों द्वारा कार्यशाला में निर्मित की गई सामग्री की प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया। उद्योग विभाग रूद्रप्रयाग के मुख्य सन्दर्भ दाता भाष्कर पुरोहित ने कार्यशाला में बच्चों को दी गई जानकारी के साथए करके सीखने के क्रम में बच्चों को सिखाये गये मॉडल के निर्माण की पूरी गतिविधि से अवगत कराया।
समापन कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि सीडीओ नरेश कुमार द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया।विद्यालयी बालिकाओं द्वारा मुख्य अतिथि के सम्मान में स्वागत गान की प्रस्तुति दी गई।प्रधानाचार्य मोहन डिमरी ने इस कार्यशाला के लिए अपने विद्यालय का चयन किये जाने हेतु डायट का धन्यवाद किया।
समापन समारोह का शुभारंभ करते हुए डायट रूद्रप्रयाग के वरिष्ठ प्रवक्ता विजय चौधरी ने माल्यार्पण कर मुख्य विकास अधिकारी का स्वागत किया। कार्यशाला का संचालन करते हुए डायट प्रवक्ता भुवनेश्वरी चंदानी ने सभी उपस्थित आगन्तुकों, बच्चों व अभिभावकों का स्वागत किया।
कार्यक्रम समन्वय जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान रतूड़ा रूद्रप्रयाग के प्रवक्ता डॉ०विनोद कुमार यादव ने विगत दिवस कार्यशाला में हुए क्रियाकलापों की झलकियाँ फोटो व वीडियोज के माध्यम से प्रशिक्षण कक्ष में रखी।
केदारनाथ सोविनियर ग्रोथ सेंटर भटवाड़ी सैण की मास्टर ट्रेनर तनीषा रावत और नेहा ने भी बच्चों को ऐसे कार्यों को करते हुए ध्यान में रखी जाने वाली आवश्यक सावधानियां बताई ।
आज बच्चों ने कलमदान, दीपावली दिया स्टैंड, चाभी केस, के साथ बहुत सी अन्य कारीगरी कार्य सीखे। बच्चे अपने द्वारा बनाई गई इन वस्तुओं को देखकर बहुत प्रसन्नचित दिखे।
बद्री केदार श्रम समिति के राजेन्द्र नेगी ने बच्चों को धूप बनाने की विधि बताते हुए कहा कि धूप बनाने के लिए आवश्यक सामग्री में 1 किग्रा पंया, देवदार, सुमय्या, भिटारो, निरपाती, रोजमेरी, लैमन ग्रास आदि पौधों की पत्तियों को सुखाकर के पाउडर बना लिया जाता है। इसके 1 कि०ग्रा० मिश्रण में 100 ग्राम मैदा लकड़ी का बुरादा मिलाते हैं फिर इस सामग्री को आटे की तरह गूंथ लिया जाता है। अब गुंथे आटे को धूप.बत्ती बनाने वाले खाँचों में गोल बत्ती बनाकर भर लेते हैं, फिर खांचे को फ्रेम पर कस लेते हैं थोड़ी देर बाद फ्रेम से खांचे को खोलकर बनी धूप बत्तियों को निकाल करएसुखाने के लिए रख दिया जाता है। सूखने के बाद इन धूप बत्तियों की पैकिंग कर ली जाती है। बच्चों ने सन्दर्भदाता के निर्देशानुसार धूप बत्तियाँ बनाईं।
आज के दिवस पर मॉडल निर्माण करने वाले बच्चों में
राउप्रावि बैनोली के छात्र अक्षत और तरुण, जवाहर नवोदय विद्यालय रूद्रप्रयाग की छात्रा अनन्या, राउप्रावि डाँगी गुनाऊँ के छात्र शिवम कुमार और ध्रुव, राइका मणिपुर के छात्रा पिया व यशमीत, राइका कण्डारा की छात्रा सृष्टि व अदिति, राइका बसुकेदार की छात्रा प्रिया व प्रतिभा, अटल उत्कृष्ट राजकीय इण्टर कॉलेज तैला की छात्रा ज्योति, सोनम, शिवानी राज, खुशाली, मोनिका, ईशुबाला, योगेश, आलोक, बबीता, मुकेश, अजीत, ईशान्त, अनुष्का, आरुषि, स्नेहा, हितेश, प्रतिभा, राउप्रावि पौंठी के सतीश और मयंक, सोनू, मोहित, पीयूष, अन्दीप आदि ने प्रतिभाग किया।
इस अवसर पर अभिभावक सुजान सिंह, राउप्रावि बैनोली की शिक्षिका डॉ०गीता नौटियाल, राइका मणिपुर की शिक्षिका ललिता रौतेला, राइका बसुकेदार के शिक्षक जगदीश टमटा, राइका कण्डारा की शिक्षिका कुसुम भट्ट, राप्रावि पौंठी की शिक्षिका मिली बागड़ी, राउप्रावि डाँगी गुनाऊँ के अध्यापक हेमंत चौकियाल, मन्दाकिनी की आवाज़ सामुदायिक रेडियो केन्द्र सेना गडसारी के संवाददाता और केदार बद्री श्रम समिति के राजेन्द्र नेगी, विप्र समिति अध्यक्ष विनिता देवी, राइका तैला के शिक्षकअमित प्रकाश, अनूप कोटवाल, दीपक रावत, बलवीर सिंह धिरवाण, गरिमा दीक्षा चंदानी आदि उपस्थित थे।