नैनीताल। बेलातघाट ब्लाक के अंतर्गत करिती कजार गांव के प्रगतिशील किसान हरि गिरी और प्रेम महाराज के खेतों में रात में जंगली सुअरों ने खेती को तहस-नहस
(wild boar destroying crops) कर दिया। अरबी के खेत पूरी तरह उजाड़ दिए, जबकि अदरक, मिर्च और हल्दी के खेतों को भी नुकसान पहुंचाया। अब संकट लहलहाती बासमती की फसल पर देखा जा रहा है।
उत्तराखंड समाचार के लाइव कार्यक्रम में प्रगतिशील किसान प्रेम महाराज ने बताया कि रात में जंगली सुअरों के झुंड ने खेतों पर हमला बोला। खेतों की सुरक्षा के लिए उनके पिता तथा कुछ दूसरे किसान खेत में ही झोपड़ी बनाकर रह रहे हैं, लेकिन उनके हल्ला करने के बाद भी सुअर फसल को उजाड़ गए। अरबी के अलावा हल्दी, अदरक और मिर्च के खेतों तक सुअर ने नुकसान पहुंचाया है। अब उससे थोड़ा आगे लहलहा रही बासमती की फसल पर सुअर कभी भी चढ़ाई कर सकते हैं।
प्रेम महाराज ने बताया कि वह कृषि विभाग समेत भूमि संरक्षण विभाग के अधिकारियों से मिलकर खेतों को जंगली जानवरों से बचाने के लिए तारबाढ़ के लिए बजट देने की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन विभाग बजट का रोना रो कर किसी तरह की सहायता करने के लिए तैयार नहीं है। उन्होंने साथ में बंजर पड़े कुछ सिंचित खेतों को भी दिखाया। उन्होंने कहा कि इसी वजह से कई लोग खेतीबाड़ी से हाथ खींच रहे हैं।