प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। विश्व सांस्कृतिक धरोहर रम्माण का हुआ शुभारम्भ।
पैनखण्डा की पौराणिक व ऐतिहासिक धरोहर रम्माण मेला 2022 का शुभारम्भ बैशाखी के शुभ पर्व से भूमिक्षेत्रपाल देवता मन्दिर परिसर सलूड़.डुंग्रा में हो गया है। परम्परानुसार आशुतोष कुंवर के घर पर वर्ष भर की पूजा पाने के उपरान्त आज प्रातः सलूड़.डुंग्रा के गाणिया, कैंसा, पश्वा, पुजारियों तथा समस्त ग्रामवासियों की उपस्थिति में भूमिक्षेत्रपाल देवता की अश्रुपूरक विदाई सम्मपन्न हुयी।
12 बजे देवता गाजे.बाजे के साथ अपने मूल मन्दिर पहुंचे, जहां पर धार्मिक अनुष्ठान का आयोजन किया गया। क्षेत्र के सम्मानित पुरोहितों द्वारा परम्परानुसार रम्माण के मुख्य एवं समापन कार्यक्रम की घोषणा ’14 प्रविष्टे बैशाख तदनुसार 27 अप्रैल 2022 की गयी। मन्दिर परिसर में 15 अप्रैल 2022 के दिन बिसूखा पर्व धूमधाम से मनाया जायेगा। 16 अप्रैल से परम्परानुसार विभिन्न देवी.देवताओं के भोजपत्र निर्मित देवतूल्य मुखौटों की पूजा व नृत्य कार्यक्रम प्रारम्भ हो जायेंगे।
समापन एवं रम्माण के मुख्य समारोह 27 अप्रैल को सूबे के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी, पर्यटन व धर्मस्व मंत्री सतपाल महाराज, बदरीनाथ के विधायक राजेन्द्र सिंह भण्डारी के साथ.साथ एनटीपीसी जोशीमठ के महाप्रबन्धक, जिलाधिकारी चमोली आदि अनेक जनप्रतिनिधि, अधिकारी, कलाकार, छायाकार, शोधार्थी एवं साहित्यकार मेले में शिरकत करेंगे। आयोजन समिति द्वारा मुख्यमंत्री, कबीना मंत्री, क्षेत्रीय विधायक को देहरादून में आमंत्रण प्रदान किया गया है। सभी माननीयों ने आमंत्रण स्वीकार कर मेले में शिरकत करने का आश्वाशन समिति को दिया है।आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से अस्सी गाण्या भरत सिंह पंवार, ग्राम गाण्या रघुबीर सिंह कुवंर, रम्माण संयोजक डा कुशल भण्डारी, सचिव दिनेश नेगी, पंचायत पुजारी जगदीश प्रसाद नौटियाल, पश्वा पूर्णानन्द सती, दलबीर सिंह नेगी, रघुनाथ सिंह, चारों कैंसा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।