देहरादून (प्रियांशु सक्सेना)। राज्य स्तरीय जलागम परिषद के उपाध्यक्ष शंकर कोरंगा ने सोमवार को जलागम प्रबंध निदेशालय में अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि योजनाओं के सफल क्रियान्वयन के लिए आपसी समन्वय होना बेहद जरूरी है। उन्होंने उत्तराखंड जलवायु अनुकूल बारानी कृषि परियोजना की प्रगति की जानकारी ली। सोमवार को परिषद के उपाध्यक्ष शंकर कोरंगा जलागम प्रबंध निदेशालय पहुंचे। अधिकारियों के साथ बैठक में उन्होंने कहा कि जल संरक्षण अभियान 2025 को और गति देने की जरूरत है। विभाग का प्रयास होना चाहिए कि अभियान की पहुंच प्रदेश के दूरस्थ क्षेत्रों तक हो। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ उत्तराखंड जलवायु अनुकूल बारानी कृषि परियोजना पर विचार-विमर्श किया। कोरंगा ने कहा कि विकास के कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए स्वीकृत पदों के सापेक्ष रिक्त पदों को एक बड़ी वजह बताया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जल्द से जल्द रिक्त पदों को भरा जाए। परिषद के उपाध्यक्ष ने आजीविका विकल्पों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसान के खेत से उत्पादों को बाजार तक पहुंचाने के लिए बेहतर मार्केट श्रृखंला बननी चाहिए, ताकि किसानों को योजना का वास्तविक लाभ पहुंच सके। बैठक में परियोजना निदेशक नीना ग्रेवाल, संयुक्त निदेशक डॉ एके डिमरी, एसके सिंह, उपनिदेशक डा मीनाक्षी जोशी आदि उपस्थित थे।