देहरादून में कोटद्वार क्षेत्र निवासी एक छात्रा की संदिग्ध मौत की गुत्थी उलझ गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट न होने के कारण विसरा संरक्षित रख लिया गया है। छात्रा के परिजनों ने साथी छात्र पर शक जताते हुए दुष्कर्म और हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज करा दिया है।
जानकारी के अनुसार, छात्रा के साथ लिव-इन रिलेशन में रहने वाले युवक ने पुलिस को बताया था कि तीसरे पहर वह कॉलेज से आया तो छात्रा पंखे पर बनाए फंदे से लटकी हुई थी। उसे लगा कि छात्रा की सांसें चल रही हैं। इस पर पंखे से उतारकर उसने छात्रा को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस को छात्रा के कमरे से एक सुसाइड नोट मिला था, जिसमें उसने आत्महत्या की बात लिखी थी। लेकिन आत्महत्या के लिए किसी को जिम्मेदार नहीं ठहराया। बेटी की मौत की खबर पाकर पहुंचे परिजनों ने साथी छात्र पर शक जताया। बृहस्पतिवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो छात्रा की मौत की गुत्थी सुलझने की बजाय उलझ गई। रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं होने के कारण विसरा संरक्षित रख लिया गया है। ऐसे में फांसी लगाने की कहानी पर सवाल उठने लाजिमी हैं। एसपी सिटी श्वेता चौबे ने बताया कि पीड़ित परिवार ने दुष्कर्म के बाद बेटी की हत्या करने का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। शक साथी छात्र पर जताया है। तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। एसओ नरोत्तम बिष्ट को साक्ष्यों के आधार पर अग्रिम कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।