मूल रूप से सल्ट और वर्तमान में काशीपुर निवासी 18 कुमाऊं रेजीमेंट के हवलदार सुरेश चंद्र बलोदी चंडीगढ़ में सैनिक युद्ध अभ्यास के दौरान सीढ़ी से गिरकर शहीद हो गए। बुधवार को यहां स्थानीय श्मशान घाट पर सैन्य सम्मान के साथ उनकी अंतिम संस्कार किया गया। हेमपुर डिपो के हवलदार राकेश सरकार सहित 10 सैन्यकर्मियों ने शहीद को शस्त्र सलामी देकर अंतिम विदाई दी।
इस दौरान वहां मौजूद सभी लोगों की आंखें नम हो गईं। मूलरूप से अल्मोड़ा जिले के मालखेत सल्ट निवासी सुरेश चंद्र बलोदी (39) पुत्र स्व. गोपालदत्त बलोदी 1999 में आर्मी में भर्ती हुए थे। वह सात साल से काशीपुर में मकान बनाकर रह रहे थे। सात भाई और तीन बहनों में छठे नंबर के सुरेश चंद्र वर्तमान में चंडीगढ़ स्थित आर्मी की 18 कुमाऊं रेजीमेंट में तैनात थे।
चंडीगढ़ में इन दिनों सेना की बिल्डिंग इंटरवेंशन ट्रेनिंग चल रही है। 18 मार्च को युद्धाभ्यास के दौरान सुबह सवा सात बजे सुरेश सीढ़ी से छत पर चढ़ रहे थे। इस दौरान पैर फिसलने से उनका संतुलन बिगड़ गया और वह नीचे गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए।
उन्हें आर्मी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उन्होंने आखिरी सांस ली। नायब सूबेदार महिमन, हवलदार विनोद कांडपाल और सिपाही चंदन सिंह मंगलवार रात सैनिक का पार्थिव शरीर को लेकर गौरी विहार काशीपुर पहुंचे।
बुधवार सुबह स्थानीय श्मशान घाट पर उनकी अंत्येष्टि की गई। इस दौरान हेमपुर डिपो से हवलदार राकेश सरकार, नायब सूबेदार केबी सिंह और नायक शोभाराम समेत 10 लोगों ने पुष्प गुच्छ अर्पित कर दिवंगत सैनिक को अंतिम विदाई दी।