हरिद्वार में 6 साल की मासूम के लापता होने और फिर बाद में उसका अर्धनग्न शव मिलने से हडकंप मच गया। शक के आधार पर पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया लेकिन दूसरे दिन भी उसने अपना जुर्म कबूल नहीं किया और पुलिस को छकाता रहा।
दरअसल, शक के आधार पर हिरासत में लिए व्यक्ति ने रातभर की पूछताछ में जुबान नहीं खोली। वह शातिर अपराधी की तरह चुप्पी साधे रहा और पुलिस को छकाता रहा। आखिर पुलिस की सख्ती के बाद ही उसने अपना गुनाह कबूला। शुक्रवार को जब मासूम के माता पिता खेत में गेहूं काट रहे थे, तभी फॉर्म में रहने वाले एक चौकीदार का काम करने वाला व्यक्ति उसे अपने साथ ले गया था।
जब उससे मासूम के बारे में पूछा गया तो उसने मासूम के साथ जाने से इंकार कर दिया। इसके बाद पिता पहले श्यामपुर पुलिस और फिर मंडावली पुलिस से शिकायत दर्ज की इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर व्यक्ति को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी। जब दूसरे दिन मासूम का शव मिला तब उसने अपना गुनाह कबूल किया।
एसएसपी ने आरोपित से पूछताछ में सामने आई जानकारी से हवाले से बताया कि वह बच्ची को बहाने से गांव से कुछ दूर चिडिय़ापुर के जंगल में ले गया। वहां उसने बच्ची के साथ दुष्कर्म का प्रयास किया तो वह शोर मचाने लगी। इस पर उसने गला दबाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। इसके बाद उसने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस ने चिकित्सकों के पैनल से मासूम के शव का पोस्टमार्टम कराया है। यही नहीं वैजाइनल स्वैप को भी सुरक्षित रखा जाएगा ताकि आरोपी के डीएनए टेस्ट का मिलान कराया जा सके। क्योंकि डीएनए मिलान ही आरोपी को कड़ी सजा दिलाने के लिए मुख्य हथियार साबित होगा।