फोटो- लगातार छठे दिन भी चोरमी एडिट पर कार्य बाधित रहा।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। ग्रामीणों ने एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन चोरमी एडिट का कार्य लगातार छठे दिवस भी बंद रहा।
सीमांत प्रखंड जोशीमठ के बडागाॅव ग्राम पंचायत के चोरमी-पैया क्षेत्र मे एनटीपीसी द्वारा निर्माणाधीन 520मेगावाट की जल विद्युत परियोजना का एडिट निर्माण किया जा रहा है। पूर्व मे वर्ष 2016 मे निर्माण कार्य शुरू होने पर ग्रामीणो ने एडिट निर्माण का विरोध करते हुए धरना/प्रदर्शन भी किया था और गाॅव मे होने वाले नुकसान का आंशका जताते हुए एनटीपीसी के सम्मुख मांग पत्र प्रस्तुत किया था। जिस पर ग्रामीणो को भरोसा था कि एनटीपीसी ग्रामीणों के हित मे अवश्य कोई सकारात्मक निर्णय लेगी। लेकिन एडिट निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पाॅच वर्ष बीतने के बाद भी ऐसा नही हुआ, और गुस्साए ग्रामीणों ने एडिट का ही कार्य रूकवा दिया।
छरसअल चोरमी-पैंया के ग्रामीणों ने एडिट निर्माण के बाद उनके मकानो पर आई दरार की शिकायत के साथ ही स्थलीय निरीक्षण भी कराया था। लेकिन उस पर भी कोई कार्यवाही नही हो सकी। क्षेपं सदस्या लक्ष्मी देवी रावत व उप प्रधान हेमंत रावत के अनुसार पूर्व मे ही चोरमी-पैया प्रभावित क्षेत्र के युवावों को रोजगार के साथ ही मकानो पर आई दरारों की मरम्मत के लिए मुवावजा, पेयजल योयना का निर्माण व चारापत्ती हेतु प्रत्यके परिवार को मुवावजा दिए जाने की माग की गई थी, लेकिन ग्रामीणों की इस जायज मांग केा अनसुना कर दिया गया। आंदोलन कर रहे ग्रामीणों ने कहा कि जब तक सभी जायज मांगो को पूर्ण करने का लिखित आश्वासन नही दिया जाता तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
धरना/प्रदर्शन मे क्षेपं सदस्य लक्ष्मी देवी रावत व उप प्रधान हेमंत रावत के अलावा स्वारी देवी, रवीना देवी, शांति देवी, दिगबंर रावत, रोशन रावत, वीरेन्द्र सिंह, नीरज कवंाण, अजीत पाल रावत, मुकेश रावत, मीनाक्षी देवी शांति देवी, नेहा देवी,शंकुतला देवी, बीरा देवी, रेशमा देवी राजेश्वरी, जयंती व सुनीता देवी आदि शामिल हुए।
गौरतलब है कि बीते दिवस प्रभावित चोरमी-पैंया के ग्रामीणों ने गढवाल संासद तीरथ सिह रावत से भी भेंट कर वस्तुस्थिति से अवगत कराया था। सांसद श्री रावत ने एनटीपीसी के अधिकारियों को मामले का त्वरित संज्ञान लेते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए थे। क्षेत्र पंचायत सदस्य लक्ष्मी देवी ने स्पष्ट किया कि जब तक ग्रामणों की जायज मांगो का निराकरण नही हो जाता तब तक काम रोको आंदोलन जारी रहेगा ।