गंगोत्री धाम में दर्शन कराने के बाद उत्तरकाशी लौट रही बस के चालक की भटवाड़ी के पास अचानक तबीयत बिगड़ गई। चालक ने अपनी परवाह किए बगैर सूझबूझ का परिचय देते हुए बस को साइड में लगा दिया और कई यात्रियों की जिंदगी बचा ली। हालंकि इसके कुछ देर बाद वो बेहोश हो गया। आनन-फानन चालक को अस्पताल ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
दरअसल, मंगलवार की शाम सूरत(गुजरात) के 30 यात्रियों को लेकर एक बस गंगोत्री से उत्तरकाशी लौट रही थी। उत्तरकाशी से 28 किलोमीटर पहले भटवाड़ी में बस चालक भरत सिंह पंवार (43 वर्ष) पुत्र नारायण सिंह पंवार निवासी सुभाष वनकोटी ऋषिकेश की तबीयत खराब हो गई। इसपर चालक ने भटवाड़ी के पास एक सुरक्षित स्थान देखकर बस वहां खड़ी कर दी।
धीरे-धीरे कर चालक की तबीयत ज्यादा खराब होने लगी और कुछ ही देर में वो सीट पर बेहोश हो गया। परिचालक और यात्रियों ने चालक को अस्पताल पहुंचाने के लिए स्थानीय लोगों से मदद मांगी। वहां मौजूद भटवाड़ी के प्रधान संजीव नौटियाल और विजेंद्र नौटियाल ने अपने वाहन से चालक को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भटवाड़ी लेकर पहुंचे। लेकिन, यहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौत कारण हृदय गति रुकना बताया गया।