राष्ट्रीय रक्षा यूनिवर्सिटी ने एक स्पेशल राऊंड टेबल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। जिसका मुद्दा था पुलिसिंग में महिलाओं को मजबूत बनाना और उनके काम के जगह पे आने वाले अंतर को कम करना।
राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के अधीन राष्ट्रीय महत्व का संस्थान, पुलिसिंग और राष्ट्रीय सुरक्षा के क्षेत्र में भारत का प्रमुख सार्वजनिक विश्वविद्यालय है।
एक्सटेंशन एंड डिस्टेंस लर्निंग के निदेशालय, राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय ने सिनर्जिया फाउंडेशन के साथ मिलकर 23 दिसंबर, 2020 को पुलिसिंग में महिलाओं को मजबूत करना, अंतराल को कम करना, विषय पर एक उच्च स्तरीय वर्चुअल गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया।
गुजरात के सतर्कता आयुक्त, श्रीमती संगीता सिंह, जो हाल ही में राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह के पद से सेवानिवृत्त हुईं, ने महिला पुलिस अधिकारियों को सशक्त बनाने के लिए गुजरात राज्य में किए गए उपायों के बारे में विस्तार से बताया।
श्रीमती संगीता सिंह ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि पुलिस बलों में महिलाओं ने पुलिस अधिकारियों के साथ मिलकर महिला पीड़ितों, सामान्य महिला नागरिकों की बहुत सहायता की है। पुलिस बलों में महिला अधिकारियों की वृद्धि के कारण हमारे समाज में महिलाओं का पुलिस में काम करने को लेकर उनकी मानसिकता बदली है।
उन्होंने आगे कहा कि गुजरात पुलिस बलों में 33 प्रतिशत महिला आरक्षण, पुलिसिंग के क्षेत्र में सरकार की एक बहुत बड़ी पहल है।सभी महिला पुलिस स्टेशन, शी टीम्स आदि भी राज्य पुलिस विभाग द्वारा की गई अन्य पहलें हैं, जिन्होंने बेहतर पुलिसिंग में योगदान दिया है।
श्रीमती सिंह ने कहा कि चूंकि राज्य में महिला पुलिस अधिकारियों की संख्या में वृद्धि हुई है, इसलिए गुजरात में युवा लड़कियों के बीच एक सकारात्मक बदलाव आया है, जिसके कारण से वेअब राज्य पुलिस बलों में शामिल होने के लिए तत्पर हैं और यह महिला सशक्तीकरण में एकमहत्वपूर्ण उपलब्धि है।
कार्यक्रम में विभिन्न सेवारत और सेवानिवृत्त पुलिस अधिकारियों, नौकरशाहों, शिक्षाविदों के साथ.साथ देश में महिला पुलिसिंग से संबंधित मामलों के व्यापक अनुभव वाले विशेषज्ञों की भागीदारी रही।
कार्यक्रम के अंत में, प्रतिभागियों के बीच एक आम सहमति बनी कि संबंधित अधिकारीयों को यह सुनिश्चित करने के लिए सक्रिय प्रयास करना चाहिए कि महिलाओं को राष्ट्र के पुलिसिंग और सुरक्षा पारिस्थितिकी तंत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए अनुकूल वातावरण बनाया जाए।