अल्मोड़ा। उत्तराखण्ड परिवर्तन पार्टी ने एक बयान जारी कर आरोप लगाया कि एक अधिकारी के साथ विवाद मंे घिरने के बाद प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री को नानिसार में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत के अत्याचार की याद आई है। उपमा के केन्द्रीय अध्यक्ष पी0सी0तिवारी ने कहा कि सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र नानिसार डाडाकाण्डा, बबुरखोला एवं मजखाली का पूरा क्षेत्र प्रभावशाली भू माफियाओं की अराजकता से त्रस्त है, पर कई वर्षों से क्षेत्रीय विधायक व मंत्री रहने के बावजूद भी अब तक मामले में मौन क्यों रही?
उपपा के केन्द्रीय अध्यक्ष पी0सी0तिवारी एवं पार्टी की सक्रिय युवा नेत्री सोमेश्वर विधानसभा क्षेत्र प्रभारी किरन आर्या ने कहा कि नानिसार जमीन आन्दोलन का भरपूर राजनीतिक लाभ उठाने के वावजूद श्रीमती रेखा आर्या जी की सरकार आज तक ने नानिसार की जमीन का आवटंन रद् किया न काग्रेंस सरकार द्वारा ग्रामीणों पर लगाये गये झूठे मुकदमें वापस लिए, न क्षेत्रीय विधायक के नाते कभी इस बारे में कोई बयान दिया।
उपपा नेताओं ने कहा सोमेश्वर क्षेत्र के डाडाकाण्डा में दिल्ली के एक अधिकारी की शह पर लम्बे समय से अतिक्रमण व गुण्डागर्दी का एक खेल चल रहा है पर शासन-प्रशासन और मंत्री जी मौन रही है।
उपपा नेताओं ने कहा कि मंत्रीयों को यह गलत फहमी नही होनी चाहिए कि जनता चुनाव जीतने के उसके हथकण्डों और हर तरह के माफियाओं को दिये जा रहे संरक्षण के बारे में अनजान है।
परिवर्तन पार्टी ने आरोप लगाया है कि सोमेश्वर विधानसभा में ‘‘नानिसार‘‘, ‘‘मजखाली‘‘ ‘‘डाडाकाण्डा‘‘ बबूरखोला एवं उत्तराखण्ड में प्राकृतिक संसाधनों, सम्पत्ति एवं जमीनों की लूट के बल पर ही कांग्रेस भाजपा जैसे दलों की राजनीति जिन्दा है। जो सकंट आने पर नानिसार की आड़ पर बचने का प्रयास कर रहे हैं।
उपपा ने प्रदेश सरकार से इस मामले की उच्चस्तरी जाॅच कराने एवं मंत्री श्रीमती रेखा आर्या से नैतिकता के आधार पर त्याग पत्र देने की मांग की।












