लक्षमण सिंह नेगी
उर्गम (चमोली)। हिमालय के बहुत सारे लोग विरासत के वाहक के रूप में जाने जाते हैं, किंतु ऐसे लोगों को अनुमन्य सरकारी सुविधा कभी नहीं मिल पाई। शिव सिंह काला ऐसे ही लोगों में हैं।
शिव सिंह काला ग्राम देबग्राम गिरा पोस्ट ऑफिस उर्गम विकासखंड जोशीमठ जनपद चमोली उत्तराखंड के मूल निवासी हैं। शिव सिंह काला एक लोक संस्कृति के वाहक मुख्य रूप से विलुप्त हो रहे जागर का गायन करते हैं। किंतु 60 वर्ष की उम्र पूरी होने के बाद इन्हें आज तक संस्कृत विभाग की पेंशन योजना का लाभ नहीं मिल पाया। सुदूर वादियों में प्रतिवर्ष नंदासवननूल भूमि क्षेत्रपाल एवं बगडवाल के गीत का गायन वसंत ऋतु एवं शरद ऋतु के समय नंदा पाती, नंदा सेल पाती नंदा अष्टमी आदि आयोजनों पर उर्गम घाटी के अलावा दर्जनों गांव में गायन का काम करते हैं। काला 60 वर्ष उम्र पार कर चुके हैं, किंतु लोक संस्कृति की पेंशन योजना का लाभ भी उन्हें नहीं मिल पा रहा है।










