थराली से हरेंद्र बिष्ट
निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग थराली में व्यवस्था पर तैनात अधिशासी अभियंता को लेकर तमाम तरह के सवालात उठने के साथ ही शासनादेशों को लेकर भी प्रश्न उठने लगे हैं। इसके साथ ही यहां पर स्थाई अधिशासी अभियंता की तैनाती की भी मांग जोर पकड़ने लगी है।
दरअसल यहां पर दूसरी बार तैनात किए गए अधिशासी अभियंता मूलचंद गुप्ता को शासन ने एक बार फिर से लोनिवि के मुख्य अभियंता अल्मोड़ा के कार्यालय में संबद्ध कर दिया गया हैं। उनके थराली से अल्मोड़ा संबद्ध किए जाने के बाद यहां से करीब 52 किमी की दूरी पर स्थित लोनिवि गौचर में तैनात अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता को इस डिवीजन के कार्य संचालन का अतरिक्त चार्ज सौंपा गया हैं। गौचर डिवीजन के ईई को थराली डिवीजन का अतरिक्त चार्ज सौंपे जाने के बाद कई तरह के प्रश्न उठने लगे हैं। मसलन गौचर डिवीजन से पहले लोनिवि का कर्णप्रयाग डिवीजन पड़ता हैं। जोकि यहां से गौचर की अपेक्षा 10 किमी कम की दूरी पर स्थित है। इसके अलावा ईई का अतरिक्त चार्ज लिए एसके गुप्ता का अगले वर्ष फरवरी माह में ही रिटायरमेंट भी तय हैं। ऐसी स्थिति में जबकि शासकीय नियमों के अनुसार रिटायर्ड होने वाले अधिकारी, कर्मचारियों के तमाम दायित्वों में कटौती कर उन्हें सेवानिवृत्त के आवश्यक दस्तावेजों को तैयार करने की सुविधा दी जाती हैं। किंतु यहां पर ईई एसके गुप्ता को एक डिवीजन के साथ-साथ दूसरे डिवीजन का अतरिक्त चार्ज सौंपकर उनकी जिम्मेदारी को दुगने से अधिक कर दिया गया हैं। बताया जा रहा हैं कि गौचर डिवीजन के स्थाई ईई एसके गुप्ता को इसी वर्ष तीसरी बार थराली डिवीजन का अतरिक्त चार्ज दिया गया है। इसके पीछे क्या कारण हैं? कोई भी अधिकारी खुल कर बताने को तैयार नहीं हैं, इसके साथ ही एक बड़ा सवाल ये भी उठता है कि आखिर थराली लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता मूलचंद गुप्ता को अल्मोड़ा सम्बद्ध किये जाने के पीछे आखिर क्या वजह है, जबकि वे अब तक अधिशासी अभियंता का पद बखूबी संभाल रहे थे तो फिर अचानक उन्हें अल्मोड़ा क्यो सम्बद्ध किया गया। आखिर इस अटैचमेंट से किसे फायदा हो रहा है या फिर उनके लोक निर्माण विभाग थराली के अधिशासी अभियंता बने रहने से किसी खास लॉबी को नुकसान हो रहा था, क्योंकि अधिशासी अभियंता मूलचंद गुप्ता एक ईमानदार छवि के अधिकारियों में गिने जाते हैं और कुछ समय पूर्व ही उनके ही कार्यकाल में उनके द्वारा रेन पलबरा मोटरमार्ग पर 28 लाख के डामरीकरण घोटाले में लोक निर्माण विभाग के ही अभियंताओं के विरुद्ध चार्जशीट तैयार की गई है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि आखिर किस वजह से ये नौबत आयी कि उन्हें अल्मोड़ा सम्बद्ध किया गया और गौचर लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता को अतिरिक्त प्रभार देना पड़ा।
लोनिवि थराली में ईई का पद रिक्त पड़े होने के संबंध में देवाल के ब्लाक प्रमुख दर्शन दानू ने सरकार एवं विभाग के उच्चाधिकारियों से लोनिवि थराली में नियमित अधिशासी अभियंता की तैनाती की मांग करते हुए कहा कि व्यवस्था पर ईई के तैनात होने के कारण विभागीय निर्माण कार्यों पर तो विपरीत प्रभाव पड़ ही रहा है। साथ ही आम जनता को भी लोनिवि के डिवीजन स्तर पर संपादित होने वाले तमाम कार्यों के लिए भी खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
इस संबंध में कि लगातार गौचर डिवीजन के ही अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता को ही थराली डिवीजन का अतरिक्त चार्ज दिए जाने, सेवानिवृत्त के चार माह से भी कम समय रहने के बाद उन्हें अपने सेवानिवृत्त के आवश्यक दस्तावेजों को तैयार करने के लिए समय दिए जाने के लिए कुछ दायित्व कम करने के बजाए उन्हें दूरुस्त थराली डिवीजन का अतरिक्त काम सौंपने सहित अन्य बाबद मोबाइल फोन पर पूछें जानें पर लोनिवि गोपेश्वर के अधिक्षण अभियंता एम परमार का कहना है कि गौचर के ईई गुप्ता को नियमानुसार अतरिक्त चार्ज दिया गया हैं। उन्होंने कहा कि यूं भी उत्तराखंड राज्य में दूरस्थ क्षेत्रों में अधिकारी, कर्मचारी जाना नही चाह रहे हैं, ऐसे ही कुछ हाल लोनिवि के भी है। दूरस्थ डिवीजन थराली में कोई अधिकारी आना नही चाह रहे हैं। जहां तक सवाल अधिकारियों, कर्मचारियों की सेवानिवृत्ति से 6 माह पूर्व दायित्वों में कमी लाने का सवाल है तो यह नियम लोनिवि के अधिकारियों, कर्मचारियों पर लागू नहीं होता है। उन्हें अंतिम कार्य दिवस तक कार्य करना होता है। उन्होंने कहा कि लोकल व्यवस्था के तहत गुप्ता को चार्ज दिया गया हैं। स्थाई नियुक्ति के बाद वे स्वयं ही इस चार्ज से हट जाएंगे।