
फोटो– गुलदार के हमले में मृतक गंगा सिंह।
02— गुफा में शव को तलाशते ग्रामीण व वन कर्मी ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। गुलदार ने फिर बनाया एक ग्रामीण को निवाला। ग्रामीणों में वन विभाग के खिलाफ आक्रोष। देर सायं तक शव को नहीं उठाने दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जोशीमठ नगर की ठीक सामने के गाॅव पैंका निवासी 70वर्षीय गंगा सिंह गाॅव से जोशीमठ बाजार के लिए निकले थे कि मुख्य मोटर मार्ग मंे पंहुचने से पहले ही घात लगाए गुलदार ने उसे धर-दबोचा। गुलदार गंगा सिंह को घसीटकर पास की गुफा में ले गया। पैका पैदल मार्ग पर चलने वाले अन्य ग्रामीणों को जब रास्ते मे खून दिखा तो समझ गए कि कोई घटना हो गई है। ग्रामीणों ने घटना की सूचना तत्काल वन विभाग को दी। पैका क्षेत्र गोविंदघाट रैंज के अन्तर्गत आता है। सूचना मिलने पर वन कर्मी मौके पर तो पंहुचे लेकिन ग्रामीणांे ने वन कर्मियों को शव पर हाथ नहीं लगाने दिया। ग्रामीणों को कहना था कि जब तक वन महकमे के आलाधिकारी नही पंहुचते तब तक शव को हाथ नहीं लगाने दिया जाऐगा। गोविदघाट रैंज के रैजर भी गोविदघाट/जोशीमठ से बाहर हैं और डीएफओ भी छुटटी पर हंै। ग्रामीणों के आक्रोष को देखते हुए वन विभाग ने देर सायं को जोशीमठ रैंज के रैंजर विजय लाल आर्या को मौके पर भेजा। उनके मौके पर पंहुचने के बाद ही शव का पंचनामा हो सका।
मानवभक्षी गुलदार ने गंगा सिंह के मुंह, सिर व गले तक कि हिस्से को पूरी तरह भक्षण कर लिया था।
बताते चले कि इससे पूर्व 17सिंतबर को भी बदरीनाथ हाई-वे पर बलदौडा के पास सडक निर्माण का कार्य कर रही एक कंपनी के 35वर्षीय मजदूर नैन सिंह को भी गुलदार ने अपना शिकार बनाया था। तब भी आस-पास के ग्रामीणां ने गुलदार से बचाने के लिए वन महकमे से गुजारिश की थी। सोमवार को हुई दूसरी घटना के बाद पूरे क्षेत्र मे दहशत का माहौल है।
नंदा देवी राष्ट्रीय पार्क के डीएफओ जो इस वक्त मुख्यालय से बाहर है दूरभाष पर बताया कि घटना की उनको जानकारी है। और जोशीमठ के वन क्षेत्राधिकारी को मौके पर भेजा गया है। उनका कहना था कि विभागीय अधिकारियों को गुलदार के पद चिन्हों का बारीकी से निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए है। ताकि पहली घटना करने वाले गुलदार व इस गुलदार की पहचान हो सके। उनका कहना था कि यदि गुलदार एक ही हुआ तो तत्काल आदमखोर घोषित किए जाने की कार्यवाही की जाऐगी। विभाग की ओर से पीडित परिवार को अनुमन्य सहायता प्रदान की जा रही है।