फोटो- विश्वविख्यात हिमक्रीडा केन्द्र औली में हुआ ताजा हिमपात ।
प्रकाश कपरूवाण
जोशीमठ। हिमक्रीडा केन्द्र औली ने भी ओढी बर्फ की सफेद चादर।
एक बार फिर उच्च हिमालयी क्षेत्रों के साथ ही नीती-माणा घाटियों ने भी बर्फ की चादर ओढ ली है। ताजे हिमपात के बाद सीमावर्ती क्षेत्रों में कडाके की ठंड शुरू हो गई है। बीते रोज निचले इलाकों मंे दोपहर बाद बारिश शुरू हुई तो रात्रि को उच्च क्षेत्रों में बर्फबारी हुई। श्री बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब, फूलों की घाटी व विश्व विख्यात हिमक्रीडा केन्द औली ने भी बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली है।
नवबंर महीने मे यह दूसरी बर्फबारी हुई है। इससे पूर्व 17नवबंर को श्री बदरीनाथ व नीती माणा घाटियों में भी जमकर हिमपात हुआ था। एक सप्ताह के अंतराल मे यह दूसरी बर्फबारी हुई है। बदरीनाथ में करीब तीन फीट तक बर्फ की मोटी चादर विछ गई है। जबकि हिमक्रीडा केन्द्र औली में रोप वे के आठ नबंर टावर से दस नंम्बर टावर तक 6से 8इंच तक बर्फ जमी है। औली के साथ ही गौरसों बुग्याल भी बर्फ से लकदक हो गया है।
दो दिनों से निचले इलाकों में तेज बारिश व उच्च हिमालयी क्षेत्रों मे हुई बर्फबारी के बाद कडाके की ठंड शुरू हो गई है। बर्फबारी से हिमालयी पर्वत श्रृंखलाएं भी बर्फ से लकदक हो गई है। औली से नंदा देवी, कामेट आदि पर्वतश्रृंखलाओं का दृष्य देखते ही बन रहा है।