एक तरफ भाजपा-कांग्रेस के बीच सत्ता पाने की जंग चल रही है। सत्ता तक पहुंचने के लिए दोनों दल लुभावने वादों के साथ रोजगार का सुनहरा सपना भी दिखा रहे हैं। लेकिन, इन वादों की जमीनी सच्चाई अब अलवर में देखने को मिली।
खबर के अनुसार नौकरी नहीं मिलने के चलते तनाव में चार दोस्तों ने शांतिकुंज स्थित एफसीआई गोदाम के पास ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। जिसमें तीन दोस्तों की मौके ही मौत हो गई, जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया, उसका अस्पताल में इलाज चल रहा है ।
पुलिस ने शुरुआती जांच में माना है कि नौकरी नहीं मिलने के चलते तनाव में होने के कारण आत्महत्या की है। जांच में सामने आया है कि घटना के चश्मदीद एक अन्य दोस्त ने बताया है कि उसके चारों दोस्तों ने ट्रेन के आगे छलांग लगाने से पहले कहा था कि ‘नौकरी लगेगी नहीं और खेतों में हमसे काम होगा नहीं तो फिर जी कर क्या करेंगे केवल दूसरों को तकलीफ ही देंगे’।
चश्मदीद ने बताया कि ये कहने के बाद चारों दोस्तों ने सामने से आ रही जयपुर-चंडीगढ़ ट्रेन के आगे छलांग लगा दी। मामले में पुलिस ने दो अन्य दोस्तों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। दोस्तों ने बताया कि चारों जिंदगी से तंग आ गए थे, मजाक में एक युवक ने छलांग लगाने से पहले उससे कहा कि अब जीने से मन भर गया है, हम सब मरेंगे, तू भी मरना चाहता है तो बता।
पुलिस ने बताया कि शवों को मोर्चरी में रखवाया गया और घायल को पहले निजी अस्पताल में ले जाया गया। फिर जयपुर रेफर किया गया, पुलिस ने बताया कि चारों किराए पर रहकर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।