डोईवाला। कोतवाली क्षेत्र के नागलज्वालापुर गांव में 30 जुलाई को पत्नी तथा तीन बच्चों की हत्या के प्रयास में मृत्यु से संघर्ष कर रही पत्नी ने भी आंखिर दम तोड़ दिया। सुसवा नदी के घाट पर रीना का अंतिम संस्कार किया गया। इस घटना में दो बच्चों की मौत उसी दिन हो गई थी, एक बेटी और पत्नी गंभीर हालात में जौली ग्रांट अस्पताल में भर्ती किए गए थे। बेटी भूमिका ने दो दिन पहले दम तोड़ दिया था अब रीना की भी मौत हो गई। नागलज्वालापुर तथा आसपास के ग्रामीण बड़ी संख्या में अंतिम संस्कार में शामिल हुए। गमगीन माहौल में सुसवा नदी के घाट पर अंतिम संस्कार किया गया।
आर्थिक तंगी समेत तमाम कारणों से 40 वर्षीय मान सिंह उर्फ राम सिंह ने 30 जुलाई के तड़के अपने तीनों बच्चों एक पुत्र तथा दो पुत्रियों तथा पत्नी के सिर पर लक्कड़ से प्रहार कर हत्या करने की कोशिश की थी। लड़के तथा एक लड़की ने मौके पर ही दम तोड़ दिया था। पत्नी तथा एक लड़की गंभीर हालत में जौलीग्रांट अस्पताल में भर्ती किए गए थे। आज इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में हत्याभियुक्त की पत्नी रीना ने भी अंतिम सांस ले ली।
सुसवा घाट पर जहां रीना की चिता लगाई गई थी, उसी के बगल में तीन बच्चों को दफनाया गया है। तीनों बच्चे नाबालिग थे, इसलिए उन्हें दफनाया गया। तीनों के कब्र के उपर आम के पेड़ लगाए गए हैं। अंतिम यात्रा में शामिल हुए लोगों के लिए एक ही स्थान पर परिवार के चार लोगों को अंतिम विदाई देना हृदय विदारक था।
इस अप्रत्याक्षित घटना से पूरा गांव ही नहीं दुधली घाटी स्तब्ध है। रीना की लाश को हास्पिटल से लाकर घर में रखा गया। परिजनों ने अश्रुपूरित अंतिम विदाई दी। 30 जुलाई तक जो एक भरा पूरा परिवार था, अब पूरी तरह खाली हो गया है। तीन बच्चों तथा पत्नी की मौत हो चुकी है, जबकि हत्यभियुक्त मान सिंह उर्फ राम सिंह जेल में बंद है। गांव तथा आसपास इसी घटना को लेकर चर्चाएं थी।